चिल्ली झील सौंदयकरण घोटाला: EXEN पर भड़के डीसी, सीएम रिपोर्ट मांगे रहे और आप बकवास कर रहे
प्राचीन चिल्ली झील के सौंदर्यकरण के नाम पर हुए खेल का खुलासा होने के बाद सीएम पांच साल के खर्च की डिटेल रिपोर्ट तलब करने से अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
चिल्ली झील का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते उपायुक्त डॉ. विवेक भारती।
हरियाणा में फतेहाबाद की चिल्ली झील का सौंदर्यकरण सरकारी विभाग अब तक करोड़ों रुपये डकारने का मामला सामने आया है। सीएम ने जिला उपायुक्त विवेक भारती से झील पर पिछले पांच साल में किए गए खर्च की ब्यौरे के साथ रिपोर्ट मांगने से अधिकारियों में हड़कंप गच है। सोमवार को झील के दौरे पर पहुंची डीसी विवेक भारती पब्लिक हेल्थ के कार्यकारी अभियंता (EXEN) पर भड़क गए। निरीक्षण के दौरान डीसी को विभाग के अधिकारी गायब मिले। जिससे डीसी भड़क गई। एक्सइन से मौके पर न मिलने का कारण पूछा तो जेई बलविंद्र सिंह ने बताया कि समाधान शिविर में थे। इस पर डीसी भडक़ते हुए बोले कि, हम यहां खड़े हैं और आप अब आ रहे हैं। तीन दिन पहले मैंने मैसेज भिजवा रखा है। दिशा की मीटिंग में यह मुद्दा उठ चुका, सीएम साहब इसकी रिपोर्ट मांग रहे हैं। यहां पूरा प्रशासन खड़ा है। आप बकवास कर रहे हैं। इसके बाद डीसी ने एक्सइन से पूछा, क्या आपको सूचना थी। एक्सइन के जवाब से डीसी संतुष्ट नहीं हुए और कहा, आप चिल्ली झील पर हुए काम बारे बताएं।
विधानसभा कमेटी व सांसद उठा चुकी हैं सवाल
इससे पहले विधानसभा कमेटी व सांसद के दखल के बाद अब सीएम की सख्ती के बाद चिल्ली झील पिछले तीन महीनों से न केवल राजनीतिक दलों बल्कि शासन-प्रशासन में चर्चा का विषय बन चुकी है। सितम्बर में विधानसभा उपाध्यक्ष कृष्ण मिढ़ा के नेतृत्व में यहां आई कमेटी के समक्ष अनेक लोगों ने करोड़ों के घपले के आरोप लगाए थे। पिछले सप्ताह दिशा की बैठक में सांसद कुमारी सैलजा ने डीसी को पूरे मामले की जांच को कहा था। हाल ही में फतेहाबाद आए सीएम नायब सैनी ने इस मामले में सीधा हस्तक्षेप कर अधिकारियों से जवाब तलबी की। सोमवार को उपायुक्त डॉ. विवेक भारती चिल्ली झील पर पहुंच गए और सम्बंधित विभागों से सौंदर्यकरण के नाम पर अब तक हुए सारे खर्च का ब्यौरा तलब किया। इतना ही नहीं, डीसी ने सम्बंधित महकमों से कहा कि पिछले 5 सालों ने किसी विभाग ने कितना खर्च के ब्यौरे पर डिटेल रिपोर्ट तलब कर ली।
विपक्ष लगा रहा भ्रष्टाचार के आरोप
फतेहाबाद शहर में चिल्ली को सरकार ने पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाना है। फतेहाबाद में हर चुनाव में चिल्ली झील सबसे बड़ा मुद्दा रहा है। इसके लिए कुछ साल पहले 13 करोड़ रुपए का बजट जारी हुआ था। पब्लिक हेल्थ विभाग को 8 करोड़ 42 लाख रुपए दिए गए थे, जिसमें से विभाग ने 7 करोड़ 40 लाख रुपये खर्च कर डिस्पोजल, स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज बनाया और रंगोई नाले तक 7 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन डाली गई है। इसके अलावा सिंचाई विभाग को 1 करोड़ रुपये दिए गए थे। इसमें से विभाग ने 70 लाख रुपये खर्च किए हैं। नगरपरिषद को सौंदर्यकरण का जिम्मा दिया गया था। इसमें दो पार्क बनने थे लेकिन अब तक एक हैरिटेज पार्क ही बन पाया है। विपक्षी दलों ने चिल्ली झील के सौंदर्यीकरण से संबंधित काम में करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। इस मामले को 28 अक्टूबर को दिशा कमेटी की मीटिंग में सांसद कुमारी सैलजा ने उठाया। उन्होंने झील के फोटो दिखाते हुए डीसी को जांच के लिए कहा था। सैलजा ने कहा कि करोड़ों रुपखर्च कर दिए गए, मगर वह कहां खर्च हुए, उससे क्या काम हुआ। यह कहीं दिख नहीं रहा है। इसकी जांच करवानी चाहिए।
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