फतेहाबाद में प्यार का दुखद अंत: पत्नी की मौत के 30 मिनट बाद पति ने भी तोड़ा दम

पत्नी की मौत की खबर सुनने के मात्र 30 मिनट के भीतर ही राजकुमार को दिल का दौरा पड़ा और उन्होंने भी दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने पुष्टि की कि सदमा ही उनकी मौत का कारण बना।

Updated On 2025-07-18 14:24:00 IST

रामकुमार व उनकी पत्नी ममता। 

हरियाणा के फतेहाबाद शहर से प्रेम और वियोग की एक ऐसी हृदय विदारक घटना सामने आई है, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया है। एक अधेड़ विवाहित जोड़े का एक-दूसरे के प्रति गहरा लगाव इतना था कि पत्नी की मृत्यु की खबर सुनते ही पति ने भी कुछ ही मिनटों में अपनी जान दे दी। यह घटना उनके अटूट प्रेम की गवाही देती है।

लिवर की बीमारी से जूझ रही थी पत्नी

यह कहानी 53 वर्षीय राजकुमार और उनकी 48 वर्षीय पत्नी ममता की है। वह फतेहाबाद की अग्रवाल कॉलोनी में रहते थे। राजकुमार बिजली निगम में लोअर डिवीजन क्लर्क थे, जबकि ममता गृहिणी थीं। राजकुमार के भाई शिव कुमार ने बताया कि ममता लंबे समय से लिवर संबंधी गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं, और उनका लिवर पूरी तरह से डैमेज हो चुका था। पत्नी की बीमारी के कारण राजकुमार अपनी ड्यूटी पर भी बहुत कम जाते थे, क्योंकि वह ममता की देखभाल में लगे रहते थे।

पत्नी की मौत का समाचार सुनते ही पति का हार्ट फेल हो गया

बुधवार, 16 जुलाई की रात करीब 9 बजे ममता का निधन हो गया। यह खबर जैसे ही राजकुमार को मिली, वह सदमे में आ गए। खबर सुनने के मात्र 30 मिनट के भीतर ही राजकुमार ने भी दम तोड़ दिया। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार, पत्नी की मौत की खबर का सदमा इतना गहरा था कि राजकुमार को हार्ट फेल हो गया।

शिव कुमार ने बताया कि जब ममता का निधन हुआ, तब राजकुमार उनके पास नहीं थे। किसी बच्चे ने उन्हें यह दुखद समाचार सुनाया, जिसे सुनते ही वह स्तब्ध रह गए और उन्हें गहरा सदमा लगा।

अटूट प्रेम और बच्चों का दर्द

राजकुमार और ममता की शादी करीब 25 साल पहले हुई थी। उनके दो बेटे हैं, जिनकी उम्र 20 साल और 18 साल है, और वे अभी पढ़ाई कर रहे हैं। इस दुखद घटना ने दोनों बच्चों को एक साथ अनाथ कर दिया है। उनके सिर से माता-पिता दोनों का साया उठ गया, जो उनके लिए एक असहनीय पीड़ा है। शिव कुमार ने अपने भाई और भाभी के बारे में बताते हुए कहा कि दोनों में बहुत प्रेम था। उनका रिश्ता सिर्फ पति-पत्नी का नहीं, बल्कि गहरे दोस्त का भी था। दो महीने पहले ही राजकुमार का सिरसा से रतिया ट्रांसफर हुआ था। रतिया में ड्यूटी जॉइन करने के बाद वह तुरंत घर वापस आ गए थे ताकि अपनी बीमार पत्नी की देखभाल कर सकें, जिसके चलते वह अपनी ड्यूटी पर भी कम जा रहे थे।

गुरुवार को दोनों का शिवपुरी में एक साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। यह घटना न केवल फतेहाबाद, बल्कि पूरे हरियाणा में चर्चा का विषय बनी हुई है, जो प्रेम की शक्ति और वियोग के दर्द की एक मार्मिक कहानी कहती है। यह दिखाता है कि कैसे कुछ रिश्ते इतने गहरे होते हैं कि एक के बिना दूसरा भी जीने की इच्छा खो देता है। 

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