रोडवेज का पहिया थमा: कंडेक्टर से मारपीट के विरोध में कर्मचारियों ने किया चक्का जाम, फतेहाबाद में यात्री परेशान

कर्मचारियों की मांग है कि जब तक मारपीट के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक चक्का जाम जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो यह विरोध पूरे हरियाणा में फैल सकता है।

Updated On 2025-06-17 12:07:00 IST

फतेहाबाद में निजी बसों में सवार होने के लिए लगी भीड़। 

हिसार के अग्रोहा में एक बस परिचालक के साथ हुई मारपीट की घटना के विरोध में फतेहाबाद में परिवहन कर्मचारियों ने बसों का चक्का जाम कर दिया है। मंगलवार सुबह से ही रोडवेज कर्मचारियों ने बसों को अपने निर्धारित रूटों पर ले जाने से इनकार कर दिया, जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अल सुबह दिल्ली, चंडीगढ़ और अन्य लंबे रूटों पर जाने वाली बसें अपने गंतव्य के लिए रवाना नहीं हो सकीं, जिसके कारण यात्री परेशान रहे। सबसे ज़्यादा परेशानी दिल्ली और चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों को झेलनी पड़ी।

अग्रोहा में परिचालक के साथ बर्बरता

रोडवेज कर्मचारी नेता दीपक बल्हारा, राजू बिश्नोई और अन्य ने घटना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को हरिद्वार से फतेहाबाद आ रही हरियाणा रोडवेज की बस के कंडक्टर कृष्ण कंडू के साथ अग्रोहा मोड़ पर जमकर मारपीट की गई।

यह घटना तब हुई जब हिसार से बस में सवार हुए एक व्यक्ति ने कंडक्टर से बीएसएफ कैंप के पास बस रोकने और उसे उतारने के लिए कहा। कंडक्टर ने उसे बताया कि बीएसएफ कैंप के पास कोई अधिकृत बस स्टैंड नहीं है और उसे अग्रोहा तक की टिकट लेने को कहा, जहां उसे उतार दिया जाएगा। हालांकि, उस व्यक्ति ने टिकट लेने से इनकार कर दिया। इसके बजाय, उसने अग्रोहा पहुंचने पर अपने 8-10 साथियों को बुला लिया।

जैसे ही बस अग्रोहा बस स्टॉप पर पहुंची, वहां पहले से मौजूद उन युवकों ने बस को रोक लिया और कंडक्टर कृष्ण कंडू के साथ बेरहमी से मारपीट की। उन्हें बुरी तरह पीटा गया और घायल अवस्था में तुरंत अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। इस घटना ने रोडवेज कर्मचारियों में भारी रोष पैदा कर दिया है।

हड़ताल का ऐलान, सड़कों पर थमीं बसें

अपने साथी कंडक्टर के साथ हुई इस बर्बर मारपीट के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों ने तत्काल प्रभाव से चक्का जाम का ऐलान कर दिया। मंगलवार सुबह 3 बजे दिल्ली के लिए रवाना होने वाली पहली बस को ही नहीं जाने दिया गया। इसके बाद, दिल्ली, चंडीगढ़ और अन्य लंबे रूटों पर जाने वाली सभी बसों का परिचालन पूरी तरह से रोक दिया गया। केवल लंबे रूटों पर ही नहीं, बल्कि ग्रामीण रूटों पर भी एक भी बस नहीं भेजी जा सकी, जिससे दूरदराज के गांवों से आने-जाने वाले लोगों को भी समस्या का सामना करना पड़ा।

190 बसें डिपो में खड़ीं, यात्रियों की परेशानी बढ़ी

फतेहाबाद जिले में करीब 190 रोडवेज बसों को रूट पर नहीं भेजा जा सका है। बस स्टैंड पर सुबह से ही यात्रियों की भीड़ जुटी रही, लेकिन बसें न मिलने के कारण उन्हें या तो अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी या फिर निजी वाहनों और अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ा, जिसके लिए उन्हें अतिरिक्त किराया चुकाना पड़ा। कई यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा, जिससे उनकी दैनिक दिनचर्या और कामकाज भी प्रभावित हुआ।

आरोपियों की गिरफ्तारी तक नहीं हटेगा चक्का जाम

कर्मचारी नेताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी प्रमुख मांग मारपीट के सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक चक्का जाम जारी रहेगा और बसों का परिचालन बहाल नहीं किया जाएगा। कर्मचारी नेताओं ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया और उन्हें न्याय नहीं मिला, तो यह चक्का जाम फतेहाबाद तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे हरियाणा में परिवहन सेवाएं ठप कर दी जाएंगी। 

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