cyber fraud: पुराने सिक्के बेचकर 45 लाख कमाने का लालच पड़ा भारी, 61.53 लाख गंवाए
हरियाणा के फतेहाबाद के व्यक्ति को पुराने सिक्के बेचकर 45 लाख रुपये कमाने का साइबर ठगों ने झांसा दिया। वह लालच में आ गया और पूरे साढ़े 61 लाख रुपये गंवा दिए। जानें क्या था पूरा मामला।
फतेहाबाद के व्यक्ति से पुराने सिक्कों के नाम पर लाखों रुपये की ठगी हुई।
cyber fraud : हरियाणा के फतेहाबाद जिले के रतिया के एक व्यक्ति से साइबर ठगों ने 61.53 लाख रुपये हड़प लिए। पुराने सिक्के बेचकर लाखों रुपये कमाने का लालच देकर ठगों ने उसे फंसाया। पीड़ित को जब अपने साथ हुई ठगी का पता चला तो उसने इस बारे में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाई। इस मामले में साइबर थाना फतेहाबाद पुलिस ने केस दर्ज किया है।
यूट्यूब देखकर पुराने सिक्के बेचने की ठानी
पुलिस को दी शिकायत में रतिया निवासी बलबीर सिंह ने कहा कि वह जमींदार और सुनार का काम करता है। सितम्बर 2024 को उसने यू-ट्यूब चैनल एनके इंडिया पर विज्ञापन देखा, जिसमें दिखाया गया कि था कि पुराने नोट और पुराने सिक्के देकर कई गुना ज्यादा रुपये कमाए जा सकते हैं। इस विज्ञापन पर भरोसा करके पुराने सिक्के जमा करने शुरू कर दिए। सितंबर 2024 में उस चैनल पर दिखाए गए फोन पर उसने बात की तो उसे बताया कि वह पुराने सिक्के महंगे दामों में लेते हैं।
45 लाख के सिक्के बताकर ठगी शुरू की
बलबीर ने बताया कि इसके बाद उसने पुराने सिक्कों के फोटो बताए गए नंबर पर भेज दी। इस पर उन्होंने इन सिक्कों की कीमत 45 लाख रुपये बताई और कहा कि वह उसके पास आएंगे और रजिस्ट्रेशन करेंगे। इसके लिए उसे 19500 रुपये देने होंगे। बलबीर ने बताया कि इस पर विश्वास करके उसने 13 नवम्बर 2024 को बताए गए खाते में यह राशि भेज दी। इसके बाद उसके पास कॉल आया कि उसने गलत पेमेंट कर दी है। उसको 1 लाख 56 हजार रुपये जमा कराने थे। बलबीर के अनुसार इस पर उसने बताए गए खाते में 1 लाख 56 हजार रुपये भी भेज दिए। इसके बाद उससे चार्ज के नाम पर 35700 रुपये मांगे जोकि उसने जमा करवा दिए।
अलग-अलग बहाने बना ठगते रहे लाखों रुपये
बलबीर ने बताया कि नवम्बर 2024 में उसके पास फोन आया और कहा कि उनकी टीम को दिल्ली एयरपोर्ट पर रोक लिया है। यहां वेरीफिकेशन के नाम पर 1 लाख 60 हजार रुपये मांग रहे हैं। वह यह राशि भेज दे ताकि वेरीफिकेशन करवाकर उसके पास आ सकें। बलबीर ने बताया कि इस पर उसने 14 नवंबर को यह राशि भी जमा करवा दी। फिर उससे कस्टम क्लीयरेंस फीस के नाम पर 1 लाख 39 हजार रुपये, जीएसटी फीस के नाम पर एक लाख रुपये, जीपीएस सिस्टम ठीक करवाने के नाम पर 1 लाख 17 हजार रुपये, होटल किराये के रूप में 1 लाख 61 हजार रुपये, प्रोफाइल तैयार करने के नाम पर दो लाख रुपये, प्रोफाइल मार्केटिंग के नाम पर 1 लाख 67 हजार रुपये, बीमा के नाम पर 1 लाख 41 हजार रुपये, सिक्कों का बीमा करने के नाम पर एक लाख रुपये, सिक्कों की ऑनलाइन एड के नाम पर 1 लाख 50 हजार रुपये, चार्ट के नाम पर 2 लाख 56 हजार रुपये, प्रोफाइल पूरी करने के नाम पर 2 लाख 60 हजार रुपये, दोबारा चार्ज के नाम पर 1 लाख 85 हजार रुपये, सिक्कों की पॉलिश के नाम पर 4 लाख 60 हजार रुपये, सिक्कों के ट्रांसपोर्टेशन के नाम पर 2 लाख 37 हजार रुपये, प्रोफाइल अपडेट के नाम पर 2 लाख 65 हजार रुपये ले लिए। शिकायतकर्ता के अनुसार उक्त ठगों ने अलग-अलग बहानों से उससे कुल 61 लाख 53 हजार 700 रुपये हड़प लिए। इसके बाद उसका इन लोगों के साथ कोई सम्पर्क नहीं हो पाया। तब उसने केस दर्ज करवाया।
मोटे लालच के झांसे में आने से बचें
फतेहाबाद पुलिस ने लोगों से अपील की कि साइबर ठगे लुभावने वादे कर मोटी रकम कमाने का झांसा देते हैं। जब भी आपको कोई ऑनलाइन अप्रत्याशित रूप से कई गुना मुनाफे का लालच दे तो समझ जाए कुछ फ्रॉड हो सकता है। बिना वेरीफिकेशन के किसी को भी पेमेंट न करें और लालच में न फंसें।