मनरेगा में बड़ा गोलमाल: फतेहाबाद में तीन कामों में एक ईंट तक नहीं लगाई, अधिकारियों ने पूरी पेमेंट खाई

हरियाणा के फतेहाबाद में खाल व रास्ते पक्के करवाने के नाम पर मनरेगा में बड़ा घोटाला हुआ। इसमें बीडीपीओ को चार्जशीट कर दिया गया। कई और अधिकारियों पर गाज गिरनी है।

Updated On 2025-05-12 19:36:00 IST
गांव के कच्चे रास्ते का प्रतीकात्मक फोटो। 

मनरेगा में बड़ा गोलमाल : हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गांव बोदीवाली में मनरेगा के काम में हुए घोटाले में बड़ी कार्रवाई हुई है। घोटाले के ढाई साल बाद प्रदेश सरकार ने एक्शन लेते हुए बीडीपीओ फतेहाबाद को चार्जशीट किया है। साथ ही एबीपीओ, जेई और सरपंच के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला परिषद के सीईओ को लिखा गया है। यह कार्रवाई खुद सीएम नायब सैनी के संज्ञान लेने के बाद की गई। मनरेगा के काम में अनियमितताओं की शिकायत फतेहाबाद से कांग्रेस विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने की थी। सोमवार को विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मंगलवार को इसकी फाइल जिला परिषद सीईओ के पास आ जाएगी। इसके बाद तीनों को नोटिस दिया जाएगा।

रास्ते व खाल को पक्का करने की पूरी रकम खा गए

भट्टू खंड के गांवों में मनरेगा के काम में अनियमितता बरतने के मामले सामने आए थे। गांव बोदीवाली में रास्ते व खाल का मामला विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने विधानसभा में भी उठाया था। बलवान दौलतपुरिया का आरोप था कि गांव बोदीवाली में 2022-23 में मनरेगा के तहत रास्ते व खाल को कागजों में बना हुआ दिखा दिया है, जबकि धरातल पर बना ही नहीं है। इसकी फाइल बनाकर सीएम को दी गई। यह मामला उठने के बाद अधिकारियों ने आनन-फानन में रातोंरात तीन दिन में खाल व रास्ता बनवा दिया। मगर विधायक ने पुराने व नए फोटो भेजकर शिकायत की। इस शिकायत की जांच चली और अब यह कार्रवाई हुई है।

ढाई साल पहले बिना काम करवाए हड़पी रकम

विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने अपनी शिकायत में बताया था कि करीब दो-ढाई साल पहले यह अधिकारी मनरेगा से पैसे निकालकर हड़प गए थे और कोई काम नहीं किया था। इसको लेकर गांव वाले उनके पास आए और कहा कि रास्ता पक्का बनवाओ। इसके बाद जब उन्होंने रास्ता पक्का बनवाने को लेकर जांच की तो कागजों में यह रास्ता पहले ही बना हुआ था। बीडीपीओ, एबीपीओ, जेई और सरपंच ने मिलीभगत कर रास्ते और दो खाल के सारे पैसे निकालकर हड़प लिए हैं और काम के लिए एक ईंट भी नहीं लगवाई। इसके बाद उन्होंने इसको लेकर दो महीने पहले इसकी शिकायत की थी। विधायक ने बताया कि नियमानुसार सरकार से फंड निकलवाने की पावर बीडीपीओ और एबीपीओ के पास होती है। इसलिए सरकार ने प्रथमदृष्टया इन्हें दोषी माना है। अब यह अधिकारी सरकार को अपना जवाब देंगे और उसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।

आज फतेहाबाद आ जाएगी फाइल, मांगा जाएगा जवाब

विधायक ने बताया कि वह लगातार इस मामले में कार्रवाई को लेकर सरकार के सम्पर्क में रहे। तीन दिन पहले जब वह चंडीगढ़ गए तो उन्हें पता चला कि सरकार ने इस मामले में बीडीपीओ को चार्जशीट किया है। यह फाइल थर्टीवेज बिल्डिंग में पड़ी है, जो मंगलवार को यहां आ जाएगी। इसके बाद इन अधिकारियों को नोटिस दिया जाएगा।

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