हरियाणा के कई जिलों में झमाझम बारिश: तापमान में गिरावट से मिली राहत, यमुनानगर में गिरा छज्जा, कार क्षतिग्रस्त

यमुनानगर के तिलक नगर में बारिश के चलते घर का छज्जा टूटकर गिर गया, जिससे नीचे खड़ी कार क्षतिग्रस्त हो गई। परिवार सुरक्षित बच गया। इस साल (1 जून से 26 जून तक) 51.2 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 20% अधिक है, जबकि पिछले साल जून में 47% कम बारिश हुई थी।

Updated On 2025-06-26 18:03:00 IST

हरियाणा में मानसून की एंट्री के साथ ही मौसम का मिजाज बदल गया है। आज पूरे प्रदेश में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अब तक 8 जिलों-चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, पानीपत, हिसार, भिवानी, झज्जर, फतेहाबाद और सिरसा में बारिश दर्ज की गई है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से बड़ी राहत मिली है। तापमान में 2.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है, जो सामान्य से 6.7 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया है। सिरसा में 86 एमएम और फतेहाबाद में 76 एमएम बारिश रिकॉड की गई। इस बीच, यमुनानगर में एक मकान का छज्जा गिरने से नीचे खड़ी कार क्षतिग्रस्त हो गई, हालांकि परिवार सुरक्षित बच गया।

मानसून की धमाकेदार एंट्री, पूरे प्रदेश में अलर्ट

हरियाणा में मानसून ने अपनी आमद दर्ज करा दी है और इसके साथ ही मौसम ने करवट बदल ली है। आज पूरे प्रदेश में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे लोगों को लंबे समय से सता रही भीषण गर्मी से निजात मिली है। सुबह से ही राज्य के 8 जिलों में बारिश दर्ज की गई है। इनमें प्रमुख रूप से चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, पानीपत, हिसार, भिवानी, झज्जर, फतेहाबाद और सिरसा शामिल हैं। कुछ जिलों, जैसे पानीपत, हिसार, भिवानी और महेंद्रगढ़ के नारनौल में हल्की बूंदाबांदी हुई है, वहीं फतेहाबाद में हुई बारिश के बाद कई निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई है।

अगले 24 घंटे में कई जिलों में तेज बारिश होगी

• तेज बारिश की संभावना: पंचकूला, अंबाला, करनाल और यमुनानगर जैसे 4 जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है।

• मध्यम बारिश का अनुमान: सोनीपत, पानीपत, कैथल, कुरुक्षेत्र, जींद, रोहतक, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा सहित 10 जिलों में मध्यम बारिश होने का अनुमान है।

• बूंदाबांदी की संभावना: चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और मेवात जैसे 8 जिलों में हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है।

मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि बुधवार को हरियाणा में मानसून की एंट्री के बाद, शुक्रवार तक इसके पूरे प्रदेश में पहुंचने की संभावना है, जिससे आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की उम्मीद है।

यमुनानगर में छज्जा गिरा, कार टूटी, परिवार सुरक्षित

एक तरफ जहां बारिश राहत लेकर आई है, वहीं कुछ जगहों पर इसने परेशानी भी खड़ी की है। यमुनानगर के तिलक नगर में गुरुवार रात करीब डेढ़ बजे एक घर की छत का छज्जा अचानक टूटकर नीचे गिर गया। यह घटना बारिश के कारण हुई बताई जा रही है। छज्जा गिरने से नीचे खड़ी एक कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और मलबा आसपास बिखर गया। जिस वक्त यह छज्जा गिरा, परिवार के सदस्य नीचे कमरे में सो रहे थे। अचानक हुए तेज धमाके की आवाज से उनकी नींद टूटी और वे दहशत में आ गए। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई भी हताहत नहीं हुआ और पूरा परिवार बाल-बाल बच गया। घर के आंगन में भी मलबा फैल गया, जिससे काफी नुकसान हुआ है। यह घटना दर्शाती है कि बारिश के मौसम में पुराने और कमजोर ढांचों को लेकर सावधानी बरतनी कितनी जरूरी है।

इस साल 20% ज्यादा हुई बारिश

आंकड़ों के मुताबिक देखें तो 2024 के जून में हरियाणा में बारिश बेहद कम हुई थी। पूरे महीने में सिर्फ 29.3 मिमी पानी बरसा था, जबकि जून में औसत बारिश 55.3 मिमी होती है। यानी पिछले साल जून में 47% कम बारिश दर्ज हुई थी, जिससे सूखे के हालात बन गए थे। हालांकि, 2025 में स्थिति काफी बेहतर दिख रही है। मौसम विभाग द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 1 जून से 26 जून तक हरियाणा में 51.2 मिमी बारिश हो चुकी है। इस समय तक आमतौर पर 42.5 मिमी बारिश होती है, जिसका मतलब है कि इस बार अब तक 20% ज्यादा बारिश हुई है। यह किसानों और आम जनता दोनों के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि इससे जलस्तर में सुधार होगा और खेती को भी फायदा मिलेगा।

हरियाणा में दिनभर बारिश का सिलसिला

• जींद के उचाना में बारिश शुरू होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली।

• फतेहाबाद के जाखल में भी तेज बारिश दर्ज की गई।

• दोपहर 03:07 बजे झज्जर में बारिश शुरू हुई।

• 02:31 बजे चरखी दादरी में दोपहर बाद बारिश हुई।

• 02:17 बजे फतेहाबाद के जवाहर चौक पर बारिश का पानी भर गया।

• 02:15 बजे भिवानी में बदल छाए व बूंदाबांदी हुई, फिलहाल मौसम साफ है।

• 02:10 बजे सिरसा में भी बारिश शुरू हुई।

• दोपहर 12:10 बजे हिसार के बालसमंद में बारिश हुई।

कुल मिलाकर, हरियाणा में मानसून का आगमन राहत लेकर आया है। उम्मीद है कि यह बारिश प्रदेश में जल संकट को कम करने और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगी। 

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