भिवानी टीचर मनीषा डेथ मिस्ट्री: पिता का बड़ा दावा - CBI ने माना मर्डर, दिल्ली AIIMS ने रोहतक PGI की रिपोर्ट नकारी
रोहतक PGI की रिपोर्ट में शरीर में कीटनाशक जहर मिला था, लेकिन संघर्ष के निशान नहीं थे। पिता ने कहा कि CBI ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जांच सही दिशा में चल रही है और एजेंसी जल्दी ही कोई बड़ा खुलासा करेगी।
भिवानी के गांव ढाणी लक्ष्मण में रविवार को सांकेतिक धरने पर बैठे लोग।
हरियाणा के भिवानी जिले की टीचर मनीषा डेथ मिस्ट्री मामले में एक बड़ा मोड़ आया है। मनीषा के पिता संजय ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने अब इस केस को हत्या (मर्डर) का मामला मान लिया है, न कि आत्महत्या (सुसाइड) का। पिता संजय ने बताया कि सीबीआई अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया है कि इस बार वे कुछ ठोस और नया खुलासा करके ही यहां से जाएंगे। यह दावा इसलिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इस मामले की शुरुआत में रोहतक PGI की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने इसे सुसाइड बताया था।
रोहतक PGI की रिपोर्ट और AIIMS का खंडन
मनीषा के पिता संजय ने बताया कि दो-तीन दिन पहले सीबीआई की टीम उनके घर आई थी। उस दौरान एजेंसी ने उन्हें यह सूचित किया कि दिल्ली AIIMS की मेडिकल रिपोर्ट ने रोहतक PGI की पिछली रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसमें मनीषा की मौत को सुसाइड बताया गया था। रोहतक PGI में तीन डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा किए गए पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में मनीषा के शरीर में मोनो कोर्टफ़ोर्स नामक कीटनाशक जहर मिला था। उस रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई थी और शरीर पर कोई संघर्ष के निशान (स्ट्रगल मार्क्स) भी नहीं पाए गए थे। उस समय PGI के मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ. कुंडल मित्तल ने यह स्पष्ट नहीं किया था कि जहर खिलाया गया है या खुद खाया गया है। पिता संजय के अनुसार, AIIMS की रिपोर्ट में विरोधाभास पाए जाने के बाद ही CBI ने इसे हत्या का मामला मानकर जांच को आगे बढ़ाया है।
सीबीआई ने दिया जल्द खुलासे का आश्वासन
मनीषा के पिता संजय ने दावा किया कि सीबीआई अधिकारी जांच की प्रगति के बारे में खुलकर कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं, लेकिन लगातार यही आश्वासन दे रहे हैं कि जांच सही दिशा में चल रही है। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने उन्हें बताया है कि जल्दी ही वे कोई खुलासा करेंगे, हालांकि इसके लिए कोई निश्चित समय नहीं बताया गया है।
संजय ने विश्वास जताते हुए कहा, "हमें लगता है कि सीबीआई लगभग सच्चाई के नजदीक पहुंची हुई है और जल्दी ही खुलासा करेगी।" उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली एम्स वाली रिपोर्ट, कॉल डिटेल (CDR) और सुसाइड नोट मिलान की रिपोर्टें आ चुकी हैं, लेकिन इनका खुलासा अभी तक नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि 4 से 5 दिन में वे ग्रामीणों के साथ मिलकर आगे की रणनीति तय करेंगे।
परिवार की संलिप्तता पर बोले
मनीषा की मौत में परिवार की संलिप्तता के आरोपों पर संजय ने स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि सांकेतिक धरना देने का एक कारण यह भी था कि वे लोगों को बताना चाहते थे कि परिवार सच सामने लाना चाहता है। अगर परिवार संलिप्त होता, तो वे न तो धरने पर बैठते और न ही बेटी के लिए न्याय की मांग करते।
CBI द्वारा बार-बार पूछताछ और जांच की धीमी गति
संजय ने बताया कि सीबीआई ने उनके परिवार से अब तक 4 से 5 बार पूछताछ की है। उन्होंने कहा कि आखिरी बार हमने ही सीबीआई को बुलाया था ताकि यह पता चल सके कि जांच कहां तक पहुंची है। उस समय सीबीआई के अधिकारियों का कहना था कि वे जल्दी ही खुलासा करके जाएंगे। संजय ने माना कि सीबीआई की जांच में समय तो लगता है, लेकिन खुलासा जरूर होगा।
उन्होंने दोहराया कि सीबीआई अब मर्डर के तहत ही जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले भी हमने न्याय मांगा था और सीबीआई से भी यही मांग है कि वे बेटी के दोषियों को सामने लेकर आएं और उन्हें सख्त सज़ा दिलवाएं। हालांकि, उन्होंने यह चिंता भी व्यक्त की कि उन्हें सीबीआई पर भरोसा तो है, लेकिन जांच की गति धीमी होने के कारण संदेह भी होता है।
13 अगस्त से CBI जांच तक का पूरा घटनाक्रम
मनीषा केस की शुरुआत से लेकर CBI जांच तक का घटनाक्रम इस प्रकार रहा है। गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी मनीषा 11 अगस्त को प्ले स्कूल में ड्यूटी पर गई थीं, जिसके बाद वह नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए जाने की बात कहकर निकलीं और घर नहीं लौटीं। इसके बाद 13 अगस्त को मनीषा का शव गांव सिंघानी के खेतों में पड़ा हुआ मिला। इसके बाद परिवार ने हत्या का आरोप लगाया और पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया। वहीं, 18 अगस्त को पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया। इसके बाद लोगों का विरोध और आंदोलन बढ़ गया।
बढ़ते जनविरोध और संदेह को देखते हुए मनीषा का तीसरी बार पोस्टमॉर्टम दिल्ली AIIMS में करवाया गया और मामले की जांच CBI को सौंप दी गई। CBI की टीम 3 सितंबर को भिवानी पहुंची। टीम जांच के लिए अब तक चार बार भिवानी आ चुकी है और अपने स्तर पर पूछताछ तथा सबूत जुटा चुकी है। CBI की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है, लेकिन पिता संजय के दावे के अनुसार जांच की दिशा अब हत्या की ओर मुड़ चुकी है।
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें और हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए [haribhoomi.com] के साथ।