बॉडी बिल्डर रोहित हत्याकांड: महापंचायत में खापों ने भरी हुंकार, दबाव में पुलिस, बेंगलुरु से दबोचे 3 हत्यारोपी

अंतर्राष्ट्रीय बॉडी बिल्डर हत्याकांड में न्याय की मांग को लेकर रोहतक के हमायुंपुर गांव में धनखड़ खाप सहित 36 बिरादरी की महापंचायत की गई। इसमें फैसला लिया गया कि मामले की जांच पर निगरानी रखने के लिए उच्चस्तरीय कमेटी बनाई जाएगी।

Updated On 2025-12-13 14:53:00 IST

रोहित धनखड़ को न्याय दिलाने के लिए रोहतक में हुई महापंचायत में मौजूद लोग। 

रोहतक के हमायुंपुर निवासी अंतर्राष्ट्रीय बॉडी बिल्डर और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रोहित धनखड़ की भिवानी में हुई जघन्य हत्या के मामले में हरियाणा का सामाजिक परिवेश गरमा गया है। हत्याकांड में न्याय की मांग को लेकर धनखड़ खाप के नेतृत्व में शनिवार को रोहतक के हमायुंपुर गांव में महापंचायत की गई। इसमें दहिया खाप, मलिक खाप सहित 36 बिरादरी के प्रतिनिधियों और चार राज्यों के लोगों ने हिस्सा लिया।

महापंचायत में शामिल लोगों के आक्रोश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सभा में 'रोहित के हत्यारों को फांसी दो... फांसी दो' जैसे कड़े नारे गूंज रहे थे। खापों की एकजुटता ने न केवल सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है, बल्कि पुलिस प्रशासन को भी त्वरित कार्रवाई के लिए विवश कर दिया है।


11 सदस्यों की उच्चस्तरीय कमेटी का गठन  

महापंचायत में 11 सदस्यों की एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी मामले की जांच पर नजर रखेगी और आगे की रणनीति तय करेगी। महापंचायत ने फैसला किया है कि यह कमेटी जल्द ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM) से मुलाकात करेगी। इस दौरान परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की जाएगी। 

न्याय के लिए खापों का महासंग्राम

शनिवार को हुई इस महापंचायत में वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने में अनावश्यक रूप से देरी की है, लेकिन अब समाज की जिम्मेदारी है कि दोषियों को कठोरतम सजा सुनिश्चित हो। धनखड़ खाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणबीर सिंह के नेतृत्व में हुई इस सभा में हत्यारों को सज़ा दिलाने के लिए एक ठोस रणनीति तैयार की गई।

जांच पर निगरानी के लिए कमेटी गठित

महापंचायत ने इस बात को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया कि रोहित के परिवार को न्याय मिले और पूरी कानूनी प्रक्रिया निष्पक्ष ढंग से चले। इसके लिए मामले की पुलिस जांच प्रक्रिया पर बारीकी से नजर रखने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी के गठन पर सहमति बनी। यह कमेटी जांच की प्रगति की समीक्षा करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि दोषियों को किसी भी हाल में कानूनी दांव-पेंच का लाभ न मिले।

16 दिसंबर के बाद उठाया जाएगा अप्रत्याशित कदम

सामाजिक कार्यकर्ता देवेंद्र गौतम ने प्रशासनिक सुस्ती पर नाराजगी व्यक्त कर सख्त चेतावनी जारी की। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने जल्द ही कोई ठोस और संतोषजनक कार्यवाही नहीं की तो खापें 16 दिसंबर के बाद एक बड़ा और अप्रत्याशित कदम उठाने को मजबूर होंगी, जिसके परिणाम किसी ने सोचे भी नहीं होंगे।

महापंचायत में शामिल प्रतिनिधियों ने यह भी तय किया कि हत्यारों को सजा दिलाने के लिए राजनीतिक दबाव बनाना जरूरी है। इसके लिए आवश्यकता पड़ने पर वे हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से भी व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात करेंगे।

परिवार का भरोसा सर्व-खाप के निर्णय पर

मृतक रोहित धनखड़ के चाचा सतीश धनखड़ ने महापंचायत में कहा कि उन्हें डीजीपी की ओर से गिरफ्तारी की सूचना तो मिली है, लेकिन गिरफ्तार हुए लोग मुख्य आरोपी हैं या नहीं, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने उम्मीद जताई कि पुलिस समय सीमा के भीतर अपनी कार्रवाई पूरी करेगी, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि रोहित का परिवार इस मामले में सर्व खाप द्वारा लिए गए अंतिम निर्णय को मानेगा।

डीजीपी के दबाव पर पुलिस ने बढ़ाया एक्शन

खाप महापंचायत के तेवर और समाज के बढ़ते दबाव के बीच हरियाणा पुलिस ने इस मामले में जोरदार कार्रवाई की है। इस केस में लगातार हो रही देरी के कारण DGP ओपी सिंह ने स्वयं हस्तक्षेप किया था और एसपी तथा आईजी को कड़ी फटकार लगाई थी। DGP ने भिवानी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए इसे शर्म की बात बताया था और एक सप्ताह के भीतर सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के सख्त निर्देश दिए थे। उन्होंने संपत्ति कुर्क करने और भगोड़ा अपराधी (पीओ) घोषित करने तक की कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा था, ताकि अपराधियों में भय पैदा हो।

DGP ने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट जारी कर जानकारी दी

DGP के इस सख्त रुख का परिणाम यह रहा कि महापंचायत से ठीक पहले भिवानी की सीआईए टीम ने हत्याकांड में मुख्य रूप से शामिल दो फरार आरोपियों तरुण और वरुण समेत कुल तीन व्यक्तियों (तरुण, वरुण और दीपक) को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से धर दबोचा। DGP ने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट करके इस कार्रवाई की पुष्टि की और चेतावनी दी कि ये हत्यारे सालों तक जेल में सड़ेंगे।

भिवानी एसपी सुमित कुमार ने भी गिरफ्तारी की पुष्टि कर बताया कि तीनों आरोपियों को पूछताछ के लिए कर्नाटक से भिवानी लाया जा रहा है। गहन पूछताछ और हत्याकांड के सभी तथ्यों को उजागर करने के लिए उन्हें कोर्ट में पेश कर पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया जाएगा।

दोस्त शादी समारोह में गए थे रोहित

रोहित धनखड़ की हत्या 28 नवंबर को हुई थी। वह अपने दोस्त जतिन के साथ भिवानी में एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे। शादी में तिगड़ाना गांव से आई बारात के कुछ युवकों के साथ रोहित की मामूली कहासुनी हो गई थी। बाद में उन्हीं हमलावर युवकों ने उनका रास्ता रोककर रोहित के साथ मारपीट की। गंभीर रूप से घायल रोहित ने बाद में पीजीआई में दम तोड़ दिया था।

DGP ने पुलिस अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया था कि वे मृतक की मां से मिलकर पुलिस कार्रवाई की जानकारी दें और पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए उनके घर के बाहर एक पीसीआर वैन तैनात की जाए। खापों की इस एकजुटता और पुलिस की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि रोहित धनखड़ हत्याकांड अब निर्णायक मोड़ पर आ गया है, जहां समाज की जोरदार मांग और पुलिस की तेजी से हो रही जांच दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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