हरियाणा 10वीं बोर्ड: सरकारी स्कूलों से बेहतर रहा प्राइवेट का प्रदर्शन, रेवाड़ी शीर्ष पर, नूंह सबसे पीछे

लड़कियों का पास प्रतिशत (94.06%) लड़कों (91.07%) से अधिक रहा। इस वर्ष सेकेंडरी की नियमित परीक्षा में कुल 2,71,499 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें से 2,51,110 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।

Updated On 2025-05-17 14:00:00 IST

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) भिवानी ने 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। परिणामों के विश्लेषण में सरकारी स्कूलों का पास प्रतिशत 89.30 रहा, जबकि निजी विद्यालयों ने शानदार प्रदर्शन कर 96.28% सफलता दर दर्ज की है।

जिलेवार प्रदर्शनलड़कियों का पास प्रतिशत (94.06%) लड़कों (91.07%) से अधिक रहा। बोर्ड की वेबसाइट पर परिणाम उपलब्ध है। टॉप 20 विद्यार्थियों की सूची भी जारी कर दी गई है। की बात करें तो रेवाड़ी ने इस बार पहला स्थान हासिल किया है, जबकि चरखी दादरी दूसरे और महेंद्रगढ़ तीसरे स्थान पर रहे। वहीं, नूंह जिले का प्रदर्शन सबसे निराशाजनक रहा। भिवानी में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोर्ड अध्यक्ष पवन कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष सतीश कुमार और सचिव डॉ. मनीष नागपाल ने यह महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। इस वर्ष की 10वीं बोर्ड परीक्षा में कुल 2 लाख 77 हजार 460 विद्यार्थियों ने भाग लिया था, जिनमें स्वयंपाठी परीक्षार्थियों का परिणाम 73.08% रहा।

वेबसाइट पर देखें अपना परिणाम 

10वीं कक्षा के विद्यार्थी अपना परिणाम हरियाणा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर आसानी से देख सकते हैं। इसके लिए उन्हें वेबसाइट पर जाकर अपनी आवश्यक जानकारी दर्ज करनी होगी। बोर्ड ने छात्रों को यह भी सलाह दी है कि वे वेबसाइट पर अपना पंजीकरण करा लें, ताकि उन्हें परिणाम से संबंधित सभी महत्वपूर्ण अपडेट सीधे नोटिफिकेशन के माध्यम से प्राप्त हो सकें और वे सबसे पहले अपना परिणाम देख सकें और डाउनलोड कर सकें।

लड़कियों ने फिर मारी बाजी, लड़कों से लगभग 3% आगे

बोर्ड अध्यक्ष पवन कुमार ने परिणामों का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस वर्ष सेकेंडरी की नियमित परीक्षा में कुल 2,71,499 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें से 2,51,110 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। वहीं, 5737 विद्यार्थियों का परिणाम एसेंशियल रिपीट (ER) रहा है, जिसका अर्थ है कि इन छात्रों को परीक्षा में दोबारा बैठना होगा।

परीक्षा में शामिल होने वाली 1,29,249 छात्राओं में से 1,21,566 ने सफलता प्राप्त की, जिसका पास प्रतिशत 94.06 रहा। इसके विपरीत, 1,42,250 छात्रों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 1,29,544 उत्तीर्ण हुए और उनका पास प्रतिशत 91.07 रहा। इस प्रकार, इस वर्ष भी छात्राओं ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है और उनका पास प्रतिशत लड़कों की तुलना में 2.99% अधिक रहा। 

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