हरियाणा CET एग्जाम: चेयरमैन बोले- 25% सवाल हरियाणा से, OMR पर खुद भरना होगा रोल नंबर

परीक्षा पैटर्न पर उन्होंने स्पष्ट किया कि 75% अन्य विषयों से आएंगे, जिसमें कंप्यूटर भी शामिल है। अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि वे OMR शीट पर कोई स्क्रैचिंग न करें, क्योंकि इससे वह रिजेक्ट हो सकती है।

Updated On 2025-07-21 18:13:00 IST

CET के बारे में जानकारी देते HSSC के चेयरमैन हिम्मत सिंह। 

हरियाणा में 26 और 27 जुलाई को होने वाली ग्रुप-C पदों के लिए कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) को लेकर कैंडिडेट्स में उत्सुकता और कुछ सवाल हैं। इन्हीं सवालों का जवाब देने के लिए हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने लाइव बातचीत की। उन्होंने परीक्षा से जुड़े कई अहम बिंदुओं पर प्रकाश डाला, जिनमें एडमिट कार्ड से लेकर परीक्षा पैटर्न और OMR शीट भरने तक की जानकारी शामिल है।

एडमिट कार्ड और सेंटर पर ध्यान देने योग्य बातें

HSSC चेयरमैन हिम्मत सिंह ने कैंडिडेट्स को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे एडमिट कार्ड का कलर प्रिंटआउट लेकर ही एग्जाम सेंटर पर जाएं। यह जानकारी एडमिट कार्ड पर भी दी गई है। एडमिट कार्ड के साथ अपना पहचान पत्र भी साथ रखना अनिवार्य है। उन्होंने सभी अभ्यर्थियों से समय से पहले सेंटर पर पहुंचने और किसी भी तरह के मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक गैजेट साथ न ले जाने की अपील की। ये छोटे-छोटे निर्देश परीक्षा के दौरान किसी भी अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।

अनुपात के अनुसार अपनी तैयारी करें

कई कैंडिडेट्स के मन में परीक्षा के पैटर्न को लेकर सवाल था। एक कैंडिडेट ने पूछा कि एग्जाम का पैटर्न क्या होगा और कौन सा सब्जेक्ट कितने नंबर का आएगा? इस पर हिम्मत सिंह ने स्पष्ट किया कि वे विषयवार अंकों का विवरण नहीं बता सकते, लेकिन यह निश्चित है कि 25% प्रश्न हरियाणा से संबंधित होंगे, जिसमें हरियाणा का सामान्य ज्ञान (जीके), इतिहास आदि शामिल होगा। बाकी 75% प्रश्न अन्य विषयों से आएंगे, जिसमें कंप्यूटर भी शामिल है। चेयरमैन ने कैंडिडेट्स को सलाह दी कि वे इसी अनुपात के अनुसार अपनी तैयारी करें और CET पॉलिसी में दिए गए सिलेबस का ही पालन करें। यह जानकारी अभ्यर्थियों को अपनी रणनीति बनाने में मदद करेगी।

OMR शीट और बुकलेट संबंधी महत्वपूर्ण निर्देश

चेयरमैन हिम्मत सिंह ने OMR शीट और प्रश्न बुकलेट से जुड़ी कुछ बेहद महत्वपूर्ण बातें बताईं, जिन पर अभ्यर्थियों को विशेष ध्यान देना चाहिए।

• बुकलेट और OMR शीट का मिलान: केंद्र के रूम में प्रवेश करते ही कैंडिडेट्स को प्रश्न बुकलेट और OMR शीट दी जाएंगी। अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि वे तुरंत दोनों को मैच करें। यदि दोनों में कोई विसंगति है, तो तुरंत इनविजिलेटर को सूचित करें ताकि उन्हें बदला जा सके। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई जानकारी गलत भर दी गई, तो उसे बाद में बदलना मुश्किल होगा।

• OMR शीट पर खुद भरें जानकारी: यह एक बड़ा बदलाव है। पहले OMR शीट पर कैंडिडेट का नाम, पिता का नाम और रोल नंबर पहले से छपा होता था, लेकिन इस बार यह जानकारी छपी हुई नहीं मिलेगी। अभ्यर्थियों को खुद ही अपना रोल नंबर और अन्य जानकारी OMR शीट पर भरनी होगी। यह गलती की संभावना को बढ़ा सकता है, इसलिए अभ्यर्थियों को अत्यंत सावधानी बरतनी होगी।

• OMR शीट पर स्क्रैचिंग से बचें: पिछले साल 25 OMR शीट सिर्फ इसलिए रिजेक्ट कर दी गई थीं क्योंकि कैंडिडेट्स ने एक नंबर को ठीक करने के लिए OMR शीट को स्क्रैच कर दिया था। चेयरमैन ने बताया कि स्कैनिंग मशीन ऐसी स्क्रैच की गई शीट्स को स्कैन नहीं कर पाती और उन्हें रिजेक्ट करना पड़ता है। उन्होंने सख्त हिदायत दी कि बच्चे मार्कशीट पर किसी भी तरह की स्क्रैचिंग या छेड़छाड़ न करें।

• सील पैक बुकलेट की जांच: परीक्षा केंद्र के रूम में 24 बुकलेट का एक सेट आएगा। इनविजिलेटर अभ्यर्थियों को दिखाएंगे कि पैकेट सील पैक है या नहीं। यदि यह सील पैक है, तो रूम में से कोई भी दो बच्चे अपनी जानकारी के साथ उस पर हस्ताक्षर करेंगे। यदि कोई भी पैकेट अनसील आता है, तो उस पर हस्ताक्षर न करें और तुरंत अधिकारियों को बताएं; उस पर कार्रवाई की जाएगी।

कोचिंग सेंटर और यूट्यूबर को चेतावनी

हिम्मत सिंह ने सभी यूट्यूबर और कोचिंग सेंटर के संचालकों से खास अपील की है कि वे परीक्षा का एनालिसिस चारों शिफ्ट के पेपर होने के बाद ही करें, इससे पहले न करें। यह निर्देश इसलिए दिया गया है ताकि किसी भी शिफ्ट के अभ्यर्थियों को अनुचित लाभ न मिल सके और परीक्षा की गोपनीयता बनी रहे।

सेंटर आवंटन पर भी दी जानकारी

कैंडिडेट्स की मांग पर HSSC ने आसपास के जिलों में ही परीक्षा केंद्र बनाने की पूरी कोशिश की है। चेयरमैन ने बताया कि सभी का पास के जिले में सेंटर देना संभव नहीं था। हिसार में सबसे ज्यादा अभ्यर्थी थे, इसलिए सभी को एक ही जिले में सेंटर नहीं दिया जा सकता था। हालांकि, दिव्यांग कैंडिडेट्स को उनके अपने जिलों में ही सेंटर दिए गए हैं, जिनकी संख्या करीब 15 हजार है।

आंकड़ों के अनुसार, लगभग 2 लाख कैंडिडेट 25 से 50 किलोमीटर के दायरे में बने सेंटर में परीक्षा देने जाएंगे। 2 लाख 40 हजार अभ्यर्थी 50 से 75 किलोमीटर के दायरे में बने केंद्रों में जाएंगे, जबकि करीब 2 लाख कैंडिडेट 100 किलोमीटर दूर परीक्षा देने जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसी शिकायत नहीं आई है कि किसी को बहुत दूर का सेंटर मिला हो। कैंडिडेट्स ने यह भी सुझाव दिया कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही सारी फॉर्मेलिटीज पूरी करवा ली जाएं, जिस पर चेयरमैन ने आश्वासन दिया कि ऐसा ही किया जाएगा। ये सभी निर्देश अभ्यर्थियों को बिना किसी घबराहट के परीक्षा देने में मदद करेंगे।  

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