Health Tips: प्रोटीन की कमी के संकेत, क्या आप भी कर रहे हैं नजरअंदाज
Health Tips: प्रोटीन की कमी शरीर में कई संकेत देती है, जैसे थकान, बाल झड़ना और इम्यूनिटी में गिरावट। समय रहते इन लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है।
शरीर में प्रोटीन की कमी के संकेत (Image: Grok)
Health Tips: प्रोटीन हमारे शरीर की मूलभूत जरूरतों में से एक है। यह न केवल मसल्स बनाने में मदद करता है, बल्कि इम्यून सिस्टम, बालों, त्वचा और हड्डियों की मजबूती में भी इसकी अहम भूमिका होती है। लेकिन शरीर में प्रोटीन की कमी के कई साफ संकेत होते हैं, जिन्हें हम अक्सर मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं? यदि सही समय पर इन संकेतों को न समझा जाए, तो आगे चलकर यह कमजोरी, इम्यूनिटी लॉस और मेटाबॉलिक समस्याओं का कारण बन सकता है।
थकान और कमजोरी
अगर आप बिना किसी भारी काम के भी हर वक्त थके-थके रहते हैं और शरीर में जान नहीं लगती, तो यह प्रोटीन की कमी का पहला संकेत हो सकता है। प्रोटीन की कमी से शरीर में एनर्जी लेवल गिर जाता है, जिससे मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं।
बालों का गिरना
अगर आपके बाल लगातार झड़ रहे हैं, रूखे हो गए हैं या उनका घनत्व कम हो रहा है, तो ये भी प्रोटीन की कमी का परिणाम हो सकता है। बालों की ग्रोथ और मजबूती के लिए प्रोटीन जरूरी होता है, विशेषकर केराटिन।
त्वचा का रूखा और बेजान होना
प्रोटीन की कमी से त्वचा की नमी और लोच खत्म हो जाती है, जिससे वह रूखी, बेजान और असमय बूढ़ी दिखने लगती है। कोलेजन जैसे प्रोटीन त्वचा की हेल्थ बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
बार-बार बीमार पड़ना
यदि आपको बार-बार सर्दी, जुकाम, या अन्य छोटी बीमारियां होती रहती हैं, तो इसका कारण कमजोर इम्यून सिस्टम हो सकता है, जो प्रोटीन की कमी से प्रभावित होता है। प्रोटीन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और एंटीबॉडीज बनाने में मदद करता है।
मसल्स मास की कमी
यदि आपके शरीर की मांसपेशियां ढीली पड़ रही हैं या वजन तेजी से गिर रहा है, तो यह संकेत हो सकता है कि मसल्स मास कम हो रहा है, जो कि प्रोटीन की गंभीर कमी का लक्षण है। प्रोटीन ही मसल्स टिशूज़ की मरम्मत और विकास में मदद करता है।
प्रोटीन की कमी शरीर में धीरे-धीरे असर दिखाती है, लेकिन अगर इन संकेतों को समय पर पहचान लिया जाए, तो इस कमी को डाइट या डॉक्टर की सलाह से आसानी से दूर किया जा सकता है।
(Disclaimer): ये लेख सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता, अगर आपको ज्यादा समस्या है तो तुरंत डॉक्टर से बातचीत करें।