Fitness Tips: किन लोगों के लिए खतरनाक है प्रोटीन पाउडर! लेने से पहले 10 बार सोचें
Fitness Tips: फिटनेस ट्रेंड के बढ़ते प्रभाव में कई लोग बिना सोचे-समझे प्रोटीन पाउडर लेना शुरू कर देते हैं। जानें क्या यह सभी के लिए सुरक्षित है या नहीं।
फिटनेस ट्रेंड के बढ़ते प्रभाव (Image: grok)
Fitness Tips: आजकल फिटनेस का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। लोग जिम जॉइन कर रहे हैं, हेल्दी डाइट अपना रहे हैं और मसल्स बनाने के लिए प्रोटीन पाउडर का सहारा लेते हैं। सोशल मीडिया पर फिटनेस इन्फ्लुएंसर्स को देखकर ऐसा लगता है कि बिना प्रोटीन पाउडर के शरीर बन ही नहीं सकता। यही वजह है कि कई लोग बिना सोचे-समझे इसे अपनी डाइट का हिस्सा बना लेते हैं।
क्या आप जानते हैं कि प्रोटीन पाउडर हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता? कई मामलों में यह शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है और पहले से मौजूद बीमारियों को बढ़ा भी सकता है। इसलिए इसे लेने से पहले यह जानना जरूरी है कि किन लोगों को प्रोटीन पाउडर से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
डॉ. गोयल के अनुसार अच्छे क्वालिटी वाले प्रोटीन पाउडर, चाहे वे सोया या प्लांट-बेस्ड हों मसल्स की रिकवरी, ताकत बढ़ाने और पोषण को संतुलित रखने में मदद करते हैं। लेकिन ये हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होते।
किडनी की समस्या वाले लोग
प्रोटीन पाउडर शरीर में प्रोटीन की मात्रा को तेजी से बढ़ाता है, लेकिन किडनी को प्रोटीन को फ़िल्टर करने में काफी मेहनत करनी पड़ती है। यदि किसी व्यक्ति को पहले से किडनी स्टोन है, तो प्रोटीन पाउडर उनकी किडनी पर दबाव डाल सकता है।
लिवर की बीमारी वाले लोग रहें सावधान
फैटी लिवर, हेपेटाइटिस या किसी भी तरह की लिवर समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए प्रोटीन पाउडर खतरनाक हो सकता है। लिवर को प्रोटीन ब्रेकडाउन में मुख्य भूमिका निभानी पड़ती हैल और ज्यादा प्रोटीन लिवर पर तनाव डाल देता है। अगर आप पहले से ही दवाइयां ले रहे हैं या लिवर कमजोर है, तो प्रोटीन पाउडर आपकी समस्या को बढ़ा सकता है।
एलर्जी की समस्या वाले लोग
बाजार में मिलने वाले ज्यादातर प्रोटीन पाउडर दूध से तैयार होते हैं। अगर किसी व्यक्ति को लैक्टोज इंटॉलरेंस, डेयरी एलर्जी या दूध पचाने में समस्या है, तो प्रोटीन पाउडर लेने पर उन्हें पेट दर्द, गैस, दस्त, उल्टी या रैशेज हो सकते हैं।
हाई शुगर प्रोटीन पाउडर
आजकल कई प्रोटीन पाउडर ऐसे मिलते हैं जिनमें टेस्ट बढ़ाने के लिए शुगर, फ्लेवर, आर्टिफिशियल स्वीटनर और कार्ब्स मिलाए जाते हैं। यदि आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो ऐसे प्रोटीन पाउडर आपके ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकते हैं। डायबिटीज मरीजों को शुगर-फ्री और बिना फ्लेवर वाले प्रोटीन पाउडर ही लेने चाहिए।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं
गर्भावस्था और स्तनपान के समय शरीर बेहद संवेदनशील होता है। बाजार में मिलने वाले प्रोटीन पाउडर में कभी-कभी
पाचन समस्या वाले लोग
- गैस
- एसिडिटी
- पेट फूलना
- कब्ज
जो लोग पहले से हाई प्रोटीन डाइट ले रहे हों
- दाल
- अंडे
- दूध
- चिकन
- पनीर
नियमित रूप से खाते हैं और आपकी प्रोटीन जरूरत पूरी हो रही है, तो प्रोटीन पाउडर अतिरिक्त बोझ बन सकता है।
बच्चों और किशोरों के लिए नहीं हैं!
कम उम्र में शरीर तेजी से विकसित हो रहा होता है। ऐसे में प्रोटीन पाउडर
- हार्मोनल बदलाव
- पाचन समस्याएं
- किडनी पर दबाव
- अनचाही बॉडी फैट बढ़ोतरी का कारण बन सकता है।
- बच्चों को केवल नेचुरल फूड देना चाहिए।
प्रोटीन पाउडर एक सप्लीमेंट है, भोजन का विकल्प नहीं। इसे तभी लें जब आपको वास्तव में इसकी जरूरत हो और आप किसी विशेषज्ञ से सलाह ले लें। हर शरीर की क्षमता अलग होती है, और गलत तरीके से प्रोटीन लेना शरीर को बुरी तरह नुकसान पहुंचा सकता है।
(Disclaimer): ये लेख सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता, अगर आपको किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें और हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए [haribhoomi.com] के साथ।