जानिए, कैसी होती है पीएम मोदी की सुरक्षा व्यवस्था, क्या होता है उनका डेली रूटीन
पीएमओ में भ्रष्टाचार निरोधक इकाई भी काम करती है और यहां पर जनता के मसलों को सुनने के लिए एक अलग से विभाग है।;

सुरक्षा मामलों के विशेषज्ञ और राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा बताते हैं कि एसपीजी कमांडो के पास बेल्जियम से इम्पोर्ट की गईं 3.5 किलो की राइफलें रहती हैं। ये एक मिनट में 850 राउंड फायर करने की क्षमता रखती हैं। इनकी रेंज 500 मीटर होती है। कुछ कमांडो के पास सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल भी रहती है। कमांडो हल्की बुलेट-प्रूफ जैकेट पहने रहते हैं। ये 2.2 किलो के होते हैं। घुटने और कुहनी के लिए पैड होते हैं। एसपीजी पर सालाना 300 करोड़ रुपए का खर्चा आता है। बेशक, देश के प्रधानमंत्री पर बुरी नजर रखने वालों से बचाने के लिए यह छोटी-सी रकम है। पीएम को बिल्कुल करीब से घेरे रखने वाले सिक्यॉरिटी गार्ड्स काले चश्मे लगाए रखते हैं। क्या ये ऐसा फैशन में करते हैं? कतई नहीं। सुरक्षा मामलों के जानकार कहते हैं कि गॉगल्स लगाने के पीछे वजह यह होती है कि अगर कोई प्रधानमंत्री पर हमला बोलना चाहता है, तो उसे मालूम न चले कि उस पर गार्ड्स की नजर है। काले चश्मे लगाने से संदिग्ध शख्स को पता नहीं चल पाता कि उस पर कोई पैनी नजर रखे हुए है।