जानिए, कैसी होती है पीएम मोदी की सुरक्षा व्यवस्था, क्या होता है उनका डेली रूटीन
पीएमओ में भ्रष्टाचार निरोधक इकाई भी काम करती है और यहां पर जनता के मसलों को सुनने के लिए एक अलग से विभाग है।;

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एसपीजी के अलावा दिल्ली पुलिस की भी अहम भूमिका होती है। मसलन, अगर प्रधानमंत्री को विज्ञान भवन में किसी सम्मेलन को संबोधित करना है, तो सारे इलाके की छानबीन दिल्ली पुलिस की सिक्यॉरिटी ब्रांच एक दिन पहले कर लेगी। जिस दिन प्रोग्राम है, उस दिन विज्ञान भवन को एसपीजी के कमांडो घेर लेंगे। प्रधानमंत्री के लोकल प्रोग्राम्स में एसपीजी के प्रमुख आमतौर पर खुद रहते हैं। अगर प्रमुख किसी वजह से नहीं हैं, तो कोई आला अधिकारी सारे इंतजाम देखता है। इसी तरह अगर प्रधानमंत्री मोदी अपने सरकारी आवास से विज्ञान भवन की तरफ निकले, तो पूरे रूट को 10 मिनट पहले सड़क के एक तरफ से आने वाले ट्रैफिक के लिए रोक दिया जाएगा। इस बीच, दिल्ली पुलिस की दो गाड़ियां सारे रूट पर सायरन बजाती घूमेंगी। इस कवायद को करने के पीछे मोटे तौर पर यह तय करना होता है कि जिस रूट से पीएम को गुजरना है, वह पूरी तरह से साफ है।