credit card trap: क्रेडिट कार्ड का करें संभलकर इस्तेमाल, त्योहारों की खरीदारी का मजा कहीं कर्ज में न बदल जाए

credit card trap:इस त्योहारी सीजन में क्रेडिट कार्ड खर्च डेबिट कार्ड से 6 गुना ज़्यादा बढ़ा। 35 से 48% तक ब्याज दरें कर्ज़ को सालों तक खींच सकती हैं।

Updated On 2025-10-10 19:23:00 IST

credit card trap

credit card trap: त्योहारों का सीजन यानी खरीदारी का मौसम। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे फ्लिपकार्ट और अमेज़न पर ऑफर्स, कैशबैक और डिस्काउंट देखकर लोग जमकर शॉपिंग कर रहे और इस बार सबसे ज़्यादा इस्तेमाल हुआ है क्रेडिट कार्ड का। लेकिन यही क्रेडिट कार्ड अगर संभलकर न चलाया जाए, तो ये जश्न कर्ज़ के जाल में बदल सकता।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस त्योहारी सीजन में क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन खर्च डेबिट कार्ड की तुलना में करीब 6 गुना ज़्यादा रहा। ई-कॉमर्स साइट्स पर क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन की वैल्यू पिछले साल के मुकाबले 34.8 फीसदी बढ़ी है। रोजाना औसतन 5286 करोड़ की खरीदारी सिर्फ क्रेडिट कार्ड से हुई जबकि डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शन में 22 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

ऑफर्स की चमक में बढ़ रहा कर्ज़ का खतरा

त्योहारों पर मिलने वाले कैशबैक, रिवार्ड्स और इंस्टेंट डिस्काउंट लोगों को कार्ड से खर्च करने के लिए लुभाते हैं। लेकिन असली खतरा तब शुरू होता है जब बिल भरने की बारी आती है। क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दरें 35 से 48 फीसदी सालाना तक होती हैं, जो पर्सनल लोन (11–18%) या होम लोन (7–9%) से कई गुना ज़्यादा है। अगर आपने 50 हजार का बिल बनाया और सिर्फ मिनिमम पेमेंट (लगभग 5%) दी, तो वही रकम चुकाने में करीब 9 साल लग जाएंगे।

अनिश्चित जॉब मार्केट में बढ़ी टेंशन

जॉब जाने की खबरों के बीच क्रेडिट कार्ड खर्च और भी रिस्की हो गया। हाल ही में एक्सचेंचर ने 11 हजार कर्मचारियों की छंटनी की, और टीसीएस भी 12, हजार लोगों को हटाने की तैयारी में है। ऐसे में अगर आप सिर्फ डिस्काउंट के लालच में क्रेडिट कार्ड का ज़्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं, तो सावधान रहें।

कैसे बचें कर्ज़ के जाल से

फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हर महीने पूरा बिल क्लियर करें, सिर्फ मिनिमम पेमेंट नहीं। अपनी खर्च करने की सीमा पर भी नजर रखें, जितनी आपकी लिमिट है, उसका 40 फीसदी से ज्या खर्च न करें। ज़रूरत हो तो क्रेडिट लिमिट बढ़ाने की रिक्वेस्ट करें ताकि क्रेडिट स्कोर पर असर न पड़े।

हर ट्रांजैक्शन के बाद अनबिल्ड बैलेंस चेक करें ताकि खर्च का कंट्रोल रहे। क्रेडिट कार्ड सुविधा का प्रतीक है लेकिन समझदारी से इस्तेमाल न किया जाए तो यही कार्ड कर्ज़ का बोझ बन सकता है। त्योहारों की खुशियां मनाएं, लेकिन उधार पर नहीं, बल्कि बजट में रहकर।

(प्रियंका कुमारी)

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