Credit card fraud tips: क्रेडिट कार्ड फ्रॉड होने पर क्या करें? वो कदम जो सच में सबसे ज्यादा मायने रखते हैं
Credit card fraud tips: क्रेडिट कार्ड फ्रॉड दिखते ही सबसे पहले कार्ड ब्लॉक करें और बैंक में औपचारिक शिकायत दर्ज कराएं। नेटबैंकिंग–ईमेल पासवर्ड बदलें।
What to do after credit card fraud
Credit card fraud tips: क्रेडिट कार्ड फ्रॉड अक्सर किसी बड़े अलर्ट के साथ नहीं आता। कभी आधी रात में 50–100 का अजीब ट्रांजैक्शन, कोई अनजान मर्चेंट का नाम या फिर अचानक कार्ड ब्लॉक हो जाना-ये सभी संकेत हो सकते हैं कि आपका कार्ड डेटा चोरी हो चुका है। ऐसे में सबसे बड़ी गलती है कि थोड़ा इंतजार कर लेते हैं, शायद परेशानी खुद दूर हो जाएगी।
फ्रॉड के मामले में हर सेकंड कीमती होता है और बैंक भी केस देखते समय आपकी रिपोर्टिंग के समय को बेहद गंभीरता से लेते हैं। ऐसे में फर्जीवाड़े होने पर किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, अभी जान लें।
सबसे पहले कार्ड ब्लॉक करें
जैसे ही संदिग्ध ट्रांजैक्शन दिखे, तुरंत अपने बैंक की ऐप,वेबसाइट या कस्टमर केयर के जरिए कार्ड ब्लॉक करें।आजकल ज्यादातर बैंक ब्लॉक कार्ड, डिसएबल इंटरनेशनल यूसेज या डिसएबल ऑनलाइन पेमेंट्स जैसे विकल्प तुरंत देते हैं। ध्यान रहे-छोटा ट्रांजैक्शन अक्सर सिर्फ टेस्ट पेमेंट होता है। असली फ्रॉड उसके बाद शुरू होता है।कार्ड ब्लॉक करने के बाद नया कार्ड नंबर वाला री-इश्यू कार्ड मांगें।
बैंक को औपचारिक शिकायत दें
कार्ड ब्लॉक करना फ्रॉड को रिपोर्ट करना नहीं है।ऐप/ईमेल या फोन पर जाकर कहें कि यह अनऑथोराइज्ड ट्रांजैक्शन है और फ्रॉड डिस्प्यूट दर्ज कराएं। शिकायत नंबर नोट करें और सभी मैसेज, OTP या अलर्ट सुरक्षित रखें।समय पर रिपोर्ट करने पर बैंक अधिकतर मामलों में अस्थायी क्रेडिट (provisional refund) भी देता है।
पासवर्ड बदलें और सभी लिंक्ड प्लेटफॉर्म अपडेट करें
अगर कार्ड डिटेल चुराई गई है, तो यह भी संभव है कि आपका ईमेल या नेटबैंकिंग भी जोखिम में हो।
- नेटबैंकिंग पासवर्ड
- मोबाइल बैंकिंग ऐप पासवर्ड
- ईमेल पासवर्ड
- तीनों तुरंत बदलें।
- जब नया कार्ड आए, तो पुराने कार्ड को सभी ऐप्स से हटाना न भूलें।
पिछले 2 महीने का स्टेटमेंट चेक करें
ज्यादातर लोग एक फ्रॉड देखकर रुक जाते हैं लेकिन कई बार कई छोटे-छोटे कट भी पहले हो चुके होते हैं।SMS और ईमेल अलर्ट हर ट्रांजैक्शन पर ऑन रखें-किसी लिमिट के ऊपर ही अलर्ट आने वाली सेटिंग्स तुरंत बदलें।
साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं
अगर राशि बड़ी है या आपकी पहचान (ID) का दुरुपयोग हुआ लगता है, तो साइबर सेल में ऑनलाइन शिकायत करें।बैंक भी पुलिस या साइबर रेफरेंस नंबर मिलने पर केस को तेजी से प्रोसेस करते हैं।
क्रेडिट कार्ड फ्रॉड किसी के साथ भी हो सकता है।
फिर भी खुद से पूछें कि किसी अजनबी लिंक पर क्लिक किया?, अनजानी साइट पर कार्ड डाला? या फिर किसी को OTP बताया? आगे से वर्चुअल कार्ड, लिमिट कंट्रोल, इंटरनेशनल ब्लॉक और सुरक्षित वाई-फाई का इस्तेमाल आदत बनाएं।
क्रेडिट कार्ड फ्रॉड डराता है लेकिन समय पर कदम उठाने से नुकसान को तुरंत रोका जा सकता है, और कई मामलों में आपकी जिम्मेदारी भी खत्म हो जाती है।
(प्रियंका कुमारी)