Tatkal Ticket: काउंटर से तत्काल टिकट कटाते हैं तो अब फोन साथ लेकर जाना होगा, होने जा रहा बड़ा बदलाव
Tatkal Ticket new rules: भारतीय रेलवे कालाबाजारी और दलाली को रोकने के लिए अब टिकट काउंटर पर भी ओटीपी आधारित तत्काल टिकट सेवा शुरू करने जा रहा है।
तत्काल टिकट विंडो से लेते समय यात्री को रिजर्वेशन फॉर्म में मोबाइल नंबर देना होगा।
Tatkal Ticket new rules: भारतीय रेलवे ने रिजर्वेशन काउंटर से बनने वाले तत्काल टिकट के नियमों में बड़ा बदलाव कर दिया है। अब विंडो से मिलने वाले तत्काल टिकट भी ओटीपी के जरिए मिलेंगे। यानी तत्काल टिकट में ओटीपी आधारित व्यवस्था लागू होगी। अगले कुछ दिनों में पूरे देश में इस व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा।
इसका मकसद तात्काल टिकटों में होने वाली गड़बड़ियों को रोकना और असली यात्रियों को प्राथमिकता देना है। रेलवे ने इस सिस्टम का सफल पायलट ट्रायल देश भर में 52 ट्रेनों में पूरा कर लिया है और अब इसे सभी ट्रेनों पर चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।
कैसे चलेगा नया OTP सिस्टम?
नए सिस्टम के तहत तात्काल टिकट विंडो से लेते समय यात्री को रिजर्वेशन फॉर्म में मोबाइल नंबर देना होगा। इसके बाद रेलवे उस नंबर पर एक वन-टाइम पासवर्ड (OTP) भेजेगा। टिकटतभी कन्फर्म माना जाएगा जब OTP को सफलतापूर्वक वेरिफाई किया जाएगा।इससे दलालों पर रोक लगेगी और एक ही पहचान का कई बार इस्तेमाल करने जैसी गड़बड़ियाँ कम होंगी। रेलवे का मानना है कि इससे प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित बनेगी।
ऑनलाइन बुकिंग में पहले ही चल रहा है सिस्टम
रेलवे ने इससे पहले जुलाई 2025 में ऑनलाइन तात्काल बुकिंग के लिए आधार-आधारित ऑथेंटिकेशन शुरू किया था। अक्टूबर 2025 में सभी जनरल टिकटों की पहली दिन की बुकिंग पर भी ओटीपी सिस्टम लागू कर दिया गया था। इन दोनों कदमों को अच्छी प्रतिक्रिया मिली और टिकट बुकिंग में पारदर्शिता बढ़ी।
चार्ट तैयार करने का समय भी बदलेगा
रेलवे अब चार्ट तैयार करने के समय में भी बड़ा बदलाव कर रहा।
वर्तमान नियम: ट्रेन के चलने से 4 घंटे पहले चार्ट बनता है।
नया नियम: चार्ट 8 घंटे पहले तैयार किया जाएगा।
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। इससे यात्रियों को वेटिंग लिस्ट की स्थिति पहले ही पता चल जाएगी और वे यात्रा के वैकल्पिक इंतज़ाम समय से कर सकेंगे।
यात्रियों को क्या फायदा होगा?
तत्काल टिकट पर दलालों की भूमिका कम होगी। बुकिंग तेज और सुरक्षित होगी और यात्रियों को आसानी से टिकट मिल सेंकेगे। चार्ट जल्दी बनने से वेटिंग यात्रियों को जल्द जानकारी मिलेगी। रेलवे का कहना है कि यात्रियों की सुविधा और टिकटिंग को पारदर्शी बनाने के लिए ये कदम बेहद महत्वपूर्ण हैं।
(प्रियंका कुमारी)