Zero Toll Tax: महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक वाहनों को टोल से मिली छूट, जानें क्या है सरकार की मंशा

टोल टैक्स में छूट का उद्देश्य ग्रीन ट्रांसपोर्टेशन को प्रोत्साहन देना और प्रदूषण को कम करना है। यह निर्णय जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में सरकार की गंभीरता को दर्शाता है।

Updated On 2025-08-25 16:44:00 IST

Zero Toll Tax: महाराष्ट्र सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब राज्य के सबसे लंबे हाईवे ‘अटल सेतू’ (Atal Setu) पर इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को टोल टैक्स नहीं देना होगा। यह नियम पिछले 22 अगस्त से लागू कर दिया गया है।

इन रास्तों पर मिलेगी छूट?

महाराष्ट्र सरकार ने अटल सेतू के अलावा मुंबई–पुणे एक्सप्रेसवे, समृद्धि महामार्ग, राज्य के चुनिंदा टोल प्लाज़ा जैसे कुछ अन्य प्रमुख मार्गों पर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए टोल फ्री की घोषणा की है।

कौन से वाहनों को मिलेगा फायदा?

यह छूट निम्न श्रेणी के इलेक्ट्रिक वाहनों पर लागू होगी। जैसे- इलेक्ट्रिक कारें (M2, M3, M6 श्रेणी), राज्य परिवहन उपक्रम (STU) की इलेक्ट्रिक बसें, निजी इलेक्ट्रिक बसें इत्यादि।

ग्रीन ट्रांसपोर्टेशन को बढ़ावा

परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य ग्रीन ट्रांसपोर्टेशन को प्रोत्साहन देना और प्रदूषण को कम करना है। यह निर्णय जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में सरकार की गंभीरता को दर्शाता है।

अधिसूचना और कानून

इस संबंध में सरकार ने मोटर वाहन कर अधिनियम, 1958 के तहत अधिसूचना जारी की है। इसके अनुसार चयनित मार्गों और टोल प्लाज़ा पर इलेक्ट्रिक वाहनों को टोल टैक्स से छूट प्रदान की जाएगी।

EV मालिकों को राहत

इस फैसले से इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को आर्थिक लाभ होगा और साथ ही राज्य में ईवी की लोकप्रियता और बिक्री में और तेजी आने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम महाराष्ट्र को देश के सबसे अग्रणी ईवी-फ्रेंडली राज्यों में शामिल कर देगा।

अटल सेतू का महत्व

जनवरी 2024 में उद्घाटन हुआ 21.8 किलोमीटर लंबा अटल सेतू मुंबई के दक्षिणी हिस्से सेवरी को नवी मुंबई के न्हावा शेवा से जोड़ता है। यह ब्रिज यात्री और मालवाहक ट्रैफिक के लिए बेहद अहम कड़ी साबित हो रहा है।

EV बिक्री में तेजी

जुलाई 2024 में इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री सालाना आधार पर 93% बढ़ी। इस दौरान 15,528 ईवी रजिस्टर्ड हुए, जबकि जुलाई 2023 में यह संख्या 8,037 थी।

(मंजू कुमारी)

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