Hybrid Cars: हाइब्रिड या पेट्रोल-डीजल? जानें माइलेज में कौन सी कार है आपके लिए बेस्ट

आजकल हाइब्रिड कारों की लोकप्रियता बढ़ रही है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हाइब्रिड कारें आखिर पेट्रोल या डीज़ल कारों की तुलना में इतना बेहतर माइलेज कैसे देती हैं?

Updated On 2025-11-19 20:42:00 IST

हाइब्रिड कारें पेट्रोल या डीज़ल कारों की तुलना में इतना बेहतर माइलेज कैसे देती हैं? आइए इसे विस्तार से समझते हैं

Hybrid Cars: भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार इन दिनों तेज़ी से बदल रहा है और इस बदलाव की सबसे बड़ी वजह है हाइब्रिड कारों की बढ़ती लोकप्रियता। लगभग सभी प्रमुख कार निर्माता कंपनियां अब अपने मॉडलों के हाइब्रिड वेरिएंट पेश कर रही हैं। बेहतर माइलेज, स्मूद ड्राइव और कम फ्यूल खर्च—इन्हीं कारणों से यह सेगमेंट बाकी फ्यूल-आधारित कारों की तुलना में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हाइब्रिड कारें आखिर पेट्रोल या डीज़ल कारों की तुलना में इतना बेहतर माइलेज कैसे देती हैं? आइए इसे विस्तार से समझते हैं...

हाइब्रिड कारें कैसे काम करती हैं?

हाइब्रिड कारों की तकनीक तीन मुख्य हिस्सों पर आधारित होती है:

इंटरनल कंबशन इंजन (ICE)

इलेक्ट्रिक मोटर

हाई-कैपेसिटी बैटरी

जहां सामान्य पेट्रोल-डीजल कारें सिर्फ इंजन पर निर्भर होती हैं, वहीं हाइब्रिड कारें ड्राइविंग कंडीशन के अनुसार इंजन और इलेक्ट्रिक पावर के बीच स्मार्ट तरीके से स्विच करती रहती हैं। इससे ऊर्जा की बर्बादी नहीं होती और इंजन सिर्फ तब चलता है जब उसकी वास्तविक जरूरत हो।

कम स्पीड पर पूरी बचत

कम स्पीड या सिटी ट्रैफिक में हाइब्रिड कारों का सबसे बड़ा फायदा मिलता है। इस दौरान कार पूरी तरह इलेक्ट्रिक मोड में चलती है। ऐसे में फ्यूल का बिल्कुल भी उपयोग नहीं होता, जिससे माइलेज में भारी सुधार होता है।

ब्रेकिंग की ऊर्जा भी होती है उपयोग

हाइब्रिड कारों में रेजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम होता है। जब कार रुकती या धीमी होती है, तब इलेक्ट्रिक मोटर जेनरेटर का काम करती है। ब्रेक लगने पर सामान्य कारों में जो ऊर्जा हीट बनकर बर्बाद हो जाती है, हाइब्रिड सिस्टम उसे बिजली में बदलकर बैटरी में स्टोर कर लेता है। इस तरह कार चलते-चलते खुद को चार्ज भी करती रहती है।

इंजन का सबसे प्रभावी उपयोग

हाइब्रिड कारें इंजन को उसकी सर्वोत्तम RPM रेंज में चलने देती हैं—ना बहुत धीमी, ना बहुत तेज। जैसे ही कार को ज्यादा पावर की जरूरत होती है (ओवरटेकिंग या चढ़ाई पर), इलेक्ट्रिक मोटर इंजन की मदद करती है। इससे इंजन पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ता और फ्यूल की खपत काफी कम हो जाती है।

AC और अन्य सिस्टम का कम बोझ

हाइब्रिड सिस्टम में इलेक्ट्रिक मोटर AC, हीटर और अन्य इलेक्ट्रिक लोड को सपोर्ट करती है। जहां पेट्रोल-डीजल कारों में यह लोड माइलेज घटा देता है, वहीं हाइब्रिड में यह अतिरिक्त बोझ कम रहता है। नतीजतन, फ्यूल एफिशिएंसी बेहतर बनी रहती है।

(मंजू कुमारी)

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