Tyre Tips: गाड़ी के टायर खरीदने से पहले जरूरी बातों का रखें ध्यान, नहीं तो जेब पड़ेगा भारी
कार के लिए नए टायर खरीदते समय जरूरी बातों को नजरअंदाज करना जेब पर भारी पड़ सकता है। ऐसे में टायर की मजबूती, ग्रिप और गर्मी सहने की क्षमता की परखनी चाहिए।
Tyre Tips: कार का इंजन जितना अहम होता है, उतने ही जरूरी उसके टायर भी होते हैं। सही टायर न सिर्फ गाड़ी को सड़क पर बेहतर पकड़ दिलाते हैं, बल्कि ड्राइविंग को सुरक्षित और आरामदायक भी बनाते हैं। इसके बावजूद, बहुत से लोग नए टायर खरीदते समय कुछ जरूरी बातों को नजरअंदाज कर देते हैं। अगर आप भी अपनी कार के टायर बदलने की सोच रहे हैं, तो यहां दिए गए आसान टिप्स आपकी मदद करेंगे।
1. टायर कोड समझें
हर टायर की साइडवाल पर एक खास कोड लिखा होता है, जैसे 215/60R17। इसमें 215 टायर की चौड़ाई को मिलीमीटर में दर्शाता है, जबकि 60 टायर की ऊंचाई का अनुपात (साइडवॉल रेशियो) बताता है। इसका मतलब है कि जितना छोटा नंबर होगा, टायर उतनी बेहतर परफॉर्मेंस देगा, लेकिन आराम थोड़ा कम हो जाएगा। R का मतलब है रेडियल टायर, जो आजकल सबसे आम और ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं। वहीं 17 आपकी कार के रिम का साइज इंच में बताता है।
2. जरूरत के हिसाब से टायर चुनें
हर टायर हर तरह की सड़क और मौसम के लिए सही नहीं होता। अगर आपको अलग-अलग मौसम और सड़कों पर गाड़ी चलानी पड़ती है, तो ऑल-सीजन टायर सबसे अच्छा विकल्प हैं। वहीं, गर्म और सूखी जगहों पर बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए समर टायर बेहतर साबित होते हैं। बर्फीली और फिसलन भरी सड़कों पर गाड़ी चलाने के लिए विंटर टायर सबसे मजबूत पकड़ प्रदान करते हैं।
3. मजबूती, ग्रिप और गर्मी सहने की क्षमता देखें
टायर की क्वालिटी जानने के लिए UTQG मार्किंग पर ध्यान देना जरूरी है। इसमें सबसे पहले ट्रेड लाइफ आती है, जहां जितना बड़ा नंबर होगा, टायर उतना ही ज्यादा टिकाऊ होगा। इसके बाद ग्रिप रेटिंग दी जाती है, जिसमें AA सबसे बेहतरीन मानी जाती है, इसके बाद A, B और C आते हैं। इसी तरह टेम्परेचर रेटिंग बताती है कि टायर गर्मी को कितनी अच्छी तरह झेल सकता है, जिसमें A सबसे बेहतर मानी जाती है। इसके अलावा, टायर का ट्रेड पैटर्न भी देखना चाहिए, क्योंकि कुछ डिज़ाइन पानी को आसानी से बाहर निकालने के लिए बनाए जाते हैं, जबकि कुछ खासतौर पर ज्यादा ग्रिप देने के लिए डिजाइन किए जाते हैं।
4. मैन्युफैक्चरिंग डेट चेक करें
नए दिखने वाले पुराने टायर भी खतरनाक हो सकते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, 6-10 साल से ज्यादा पुराने टायर इस्तेमाल नहीं करने चाहिए। इसके लिए टायर पर लिखा DOT कोड देखें। इसके आखिरी चार अंक निर्माण समय बताते हैं। जैसे, 1224 का मतलब है कि टायर 2024 के 12वें हफ्ते में बना था।
(मंजू कुमारी)