EV Market: भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के रजिस्ट्रेशन का नया रिकॉर्ड, जानें क्या हैं ग्रोथ के कारण

भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। 2025 के अंत तक ईवी मार्केट में मिड-टीन ग्रोथ की उम्मीद है। टू-व्हीलर की मजबूत डिमांड और 4W सेगमेंट में कॉम्पिटीशन देखने को मिलेगा।

Updated On 2025-11-28 18:41:00 IST

 ईवी रजिस्ट्रेशन 20 लाख यूनिट्स के पार पहुंच गए हैं

EV Market: देश में इस साल बैटरी-चालित इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग नए रिकॉर्ड स्थापित कर रही है। पहली बार, सभी सेगमेंट मिलाकर ईवी रजिस्ट्रेशन 20 लाख यूनिट्स के पार पहुंच गए हैं—और वर्ष खत्म होने में अभी एक महीना बाकी है। यह उपलब्धि स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि उपभोक्ताओं की रुचि बढ़ रही है, कंपनियां बेहतर मॉडल पेश कर रही हैं और सरकार की नीतियां इस परिवर्तन को लगातार समर्थन दे रही हैं।

2025 में ईवी रजिस्ट्रेशन का नया रिकॉर्ड

ताजा आंकड़ों के मुताबिक 2025 में (हाइब्रिड वाहनों को छोड़कर) 20.2 लाख ईवी रजिस्टर हो चुके हैं, जबकि 2024 में पूरे वर्ष यह संख्या 19.5 लाख थी।

मांग क्यों बनी हुई है मजबूत?

नीतियों में बदलाव के बावजूद ईवी की लोकप्रियता नहीं घटी। बैटरी की कीमतों में लगातार कमी और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का तेज विस्तार इसके प्रमुख कारण हैं।

लंबी रेंज और फास्ट-चार्जिंग वाले नए मॉडल

क्रिसिल रेटिंग्स की निदेशक पूनम उपाध्याय के अनुसार, "2025 में ईवी बाजार में मिड-टीन ग्रोथ की उम्मीद है। यह पिछले साल की 27% वृद्धि से धीमी जरूर होगी, लेकिन टू-व्हीलर की मजबूत मांग, 3W फ्लीट इलेक्ट्रिफिकेशन और 4W सेगमेंट में प्रतिस्पर्धी लॉन्च इसे स्थायी विकास चक्र में रख रहे हैं।" उद्योग सूत्र भी मानते हैं कि मोटर मैग्नेट की उपलब्धता अभी स्थिति में है, जबकि लोकलाइजेशन और बैटरी लागत में गिरावट उत्पादन लागत पर दबाव कम कर रही है।

2W इलेक्ट्रिक वाहनों की बड़ी भूमिका

Vahan पोर्टल के मुताबिक, इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर इस साल के कुल ईवी रजिस्ट्रेशन का 57% हिस्सा रखते हैं। 2025 में अब तक 11.6 लाख ई-स्कूटर/ई-बाइक बिक चुकी हैं, जो 2024 की कुल बिक्री (11.5 लाख) से भी अधिक है। उपाध्याय के मुताबिक, बड़े डीलर नेटवर्क, प्रतिस्पर्धी कीमतें और लंबी रेंज ने स्थापित OEMs के ई-स्कूटर और ई-बाइक की बिक्री को इस साल और मजबूत किया है।

इलेक्ट्रिक कारों और SUVs की बिक्री में 57% का उछाल

ईवी पैसेंजर वाहन (कारें+एसयूवी) सेगमेंट में भी जबरदस्त बढ़त दर्ज की गई है। 2025 में अब तक बिक्री 1,56,455 यूनिट्स तक पहुंच चुकी है, जबकि 2024 में पूरे साल यह 99,429 यूनिट्स रही — यानी 57% की भारी वृद्धि। बेहतर रेंज, विविध मॉडल विकल्प और कम स्वामित्व लागत इस तेजी के प्रमुख कारण हैं। उपाध्याय के अनुसार, "लंबी दूरी की चार्जिंग चुनौतियां अभी मौजूद हैं, लेकिन शहरी खरीदार होम और ऑफिस चार्जिंग सुविधाओं पर अधिक भरोसा कर रहे हैं। तेजी से बढ़ता चार्जिंग नेटवर्क इन चिंताओं को काफी कम कर रहा है।"

इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर: स्थिर और मजबूत मांग

2025 में इलेक्ट्रिक 3W बिक्री 6.90 लाख यूनिट रही, जो 2024 की 6.91 लाख यूनिट बिक्री के लगभग बराबर है। फ्लीट ऑपरेटरों में यह सेगमेंट अब भी सबसे किफायती विकल्प माना जाता है, और स्थिर मांग इसकी मजबूत पकड़ दर्शाती है।

ईवी क्रांति 2025: अगले चरण में प्रवेश

20 लाख यूनिट का आंकड़ा पार होना भारत की ईवी यात्रा में एक मील का पत्थर है। तेजी से बढ़ती उत्पाद विविधता, घटती लागत, मजबूत चार्जिंग नेटवर्क और स्थानीय निर्माण स्पष्ट रूप से बताते हैं कि भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी अब भविष्य का वादा नहीं, बल्कि एक परिपक्व, स्थिर और तेजी से फैलता मुख्यधारा का मार्केट बन चुकी है।

(मंजू कुमारी)

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