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Paschimottanasana Benefits: पश्चिमोत्तासन शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। इसका नियमित अभ्यास शरीर की कई बड़ी परेशानियों में राहत दिला सकता है।

Paschimottanasana Benefits: नियमित योगाभ्यास करने से शरीर को स्वस्थ्य रखने में मदद मिलती है। कुछ आसनों को रोजाना करना बेहद फायदेमंद होता है। पश्चिमोत्तासन उनमें से एक है। इस आसन का नियमित अभ्यास शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए ही लाभप्रद होता है। पश्चिमोत्तासन से मन शांत होता है और तनाव में कमी आती है। ये आसन हाई ब्लड प्रेशर को घटाने में भी मदद करता है। नींद न आने की समस्या में पश्चिमोत्तासन लाभकारी है। 

पश्चिमोत्तासन पीठ, रीढ़ की हड्डी, कूल्हों और पैरों को स्ट्रेच करने में भी मदद करता है। आइए जानते हैं पश्चिमोत्तासन करने के बड़े फायदे और इसकी आसान विधि। इस आसन को एक्सपर्ट से सीखकर ही करने की सलाह दी जाती है। 

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पश्चिमोत्तासन के फायदे

पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है: यह आसन आंतों की मालिश करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है।

रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है: यह आसन रीढ़ की हड्डी को खींचता है और उसे लचीला बनाता है।

कूल्हों और पैरों को मजबूत बनाता है: यह आसन कूल्हों और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।

तनाव और चिंता को कम करता है: यह आसन मन को शांत करता है और तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।

वजन कम करने में मदद करता है: यह आसन पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है।

रक्तचाप को कम करता है: यह आसन रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।

अनिद्रा को दूर करता है: यह आसन नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है।

सिरदर्द और थकान को कम करता है: यह आसन सिरदर्द और थकान को कम करने में मदद करता है।

पश्चिमोत्तासन करने का तरीका
जमीन पर सीधे बैठ जाएं। अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और अपनी सांसों को धीमा और गहरा रखें। धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें और अपने हाथों को अपने पैरों तक पहुंचाने की कोशिश करें। अपने सिर को अपने घुटनों के पास या जितना हो सके उतना नीचे लाने की कोशिश करें। इस स्थिति में 30 सेकंड तक रहें। धीरे-धीरे अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा करते हुए वापस बैठें।

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आसन के दौरान बरतें सावधानियां
यदि आपको पीठ या गर्दन में दर्द है तो यह आसन न करें। यदि आपको उच्च रक्तचाप है तो सावधानी से करें। गर्भावस्था के दौरान यह आसन न करें।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श से जरूर लें।)

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