Logo
election banner
नए साल के पहले दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। उज्जैन के बाबा महाकाल और वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ के दर्शन को पहले दिन 8-8 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। भीड़ को देखते हुए वीआईवी दर्शन व्यवस्था को बंद कर दिया है।

भोपाल। साल 2024 का शानदार आगाज हो गया है। पहले दिन धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में 2024 की पहली भस्म आरती की गई। वाराणसी में दशाश्वमेध घाट पर पहली गंगा आरती और सूर्य पूजा की गई। दोनों ही धर्मस्थलों पर एक जनवरी यानी सोमवार को 8-8 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। भीड़ को देखते हुए दोनों मंदिरों में वीआईपी दर्शन बंद कर दिए गए हैं। 

भीड़ इतनी ज्यादा कि चारों तरफ से दिया जा रहा प्रवेश 
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने वाले लोगों की भीड़ इतनी ज्यादा है कि भीड़ को देखते हुए मंदिर कॉरिडोर में चारों ओर से प्रवेश दिया जा रहा है। कतार में लगे श्रद्धालु भगवान के जयकारे लगाकर धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में चारों ओर भक्तों की 2-2 किलोमीटर लंबी कतारें लगी हैं। ललिता घाट और दशाश्वमेध घाट से स्नान करते हुए भक्त लाइन में लगे हुए हैं। 

रुद्राभिषेक पर भी रोक 
मंदिर प्रशासन के अनुसार, आज न्यू ईयर पर सावन वाली व्यवस्था लागू की गई है। मंदिर में बाबा विश्वनाथ का प्रोटोकॉल, टिकट और वीआईवी दर्शन बंद कर दिया है। प्रोटोकॉल और रुद्राभिषेक पर भी रोक लगा दी गई है। आम भक्तों को ही दर्शन दिया जा रहा है। 

बाबा महाकाल का गर्म जल से अभिषेक किया गया 
उज्जैन में एक दिन में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का आज नया रिकॉर्ड बन सकता है। इससे पहले, 2016 में सिंहस्थ के शाही स्नान के पहले दिन 6 लाख श्रद्धालु आए थे। सोमवार सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। सुबह 4 से 6 बजे तक 45 हजार श्रद्धालुओं ने चलित भस्म आरती में बाबा के दर्शन किए। महाकाल का गर्म जल से अभिषेक किया गया।

एक घंटे में फुल हो गई बुकिंग 
1 जनवरी 2024 की होने वाली भस्म आरती के लिए ऑनलाइन बुकिंग एक माह पहले फुल हो चुकी थी। 31 दिसंबर को अलसुबह 6 बजे ऑफलाइन बुकिंग की लाइन लगी, जो एक घंटे में फुल हो गई। हालांकि, चलित दर्शन व्यवस्था के चलते ज्यादा लोग तेजी से दर्शन कर पाए।

रतनपुर के महामाया, दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर में भी उमड़ी भीड़ 
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रतनपुर स्थित मां महामाया मंदिर और दंतेवाड़ा स्थित मां दंतेश्वरी मंदिर में एक लाख से  ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर, रायपुर के राम मंदिर, बागबाहरा का चंडी मंदिर, अंबिकापुर का महामाया मंदिर और घुंचापाली चंडी माता मंदिर में खास तैयारियां की गई हैं।  

5379487