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लोकसभा चुनाव से मध्यप्रदेश की सियासत में बड़ी हलचल मची है। कांग्रेस की सूची आने से पहले रविवार को चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सागर जिले के खुरई से पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता अरुणोदय चौबे ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है।

भोपाल। लोकसभा चुनाव से मध्यप्रदेश की सियासत में बड़ी हलचल मची है। कांग्रेस की सूची आने से पहले रविवार को चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सागर जिले के खुरई से पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता अरुणोदय चौबे ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। अरुणोदय को सागर लोकसभा सीट से कांग्रेस का दावेदार बताया जा रहा था।
सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी ) की बैठक होने वाली है। इससे पहले ही रविवार को अरुणोदय ने फेसबुक पर लिखा है कि व्यक्तिगत कारणों से सागर लोकसभा सीट से अपना नाम वापस ले रहा हूं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को अवगत करा दिया है। मेरे नाम पर विचार नहीं किया जाए। 

Lok Sabha Elections 2024
अरुणोदय के फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट।

जानें अरुणोदय ने फेसबुक पर क्या लिखा 
अरुणोदय चौबे ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर लिखा है कि आदरणीय साथियो। सागर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से व्यक्तिगत कारणों की वजह से, अपना नाम वापस ले रहा हूं। इस विषय में पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय कमल नाथ जी  और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को अवगत करा दिया है कि मेरे नाम पर विचार न किया जाए। सागर लोकसभा जनता की सेवा और क्षेत्र की तरक्की करने में मेरी सहभागिता सदैव रहेगी, यही मेरा संकल्प है। 

कौन हैं अरुणोदय चौबे 
64 साल के अरुणोदय चौबे ने खुरई विधानसभा से 2018 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। भाजपा के भूपेंद्र सिंह से अरुणोदय चुनाव हार गए थे। अरुणोदय चौबे और भूपेंद्र सिंह तीन बार विधानसभा का चुनाव आमने-सामने लड़ चुके हैं। अरुणोदय साल 2008 में भूपेंद्र सिंह से चुनाव जीत गए थे। लेकिन इसके बाद 2013 और 2018 में वह चुनाव हार गए। 2023 के विधानसभा में कांग्रेस ने अरुणोदय की जगह रक्षा राजपूत को टिकट दिया था। हालांकि रक्षा भी चुनाव नहीं जीत पाईं। रक्षा को 2023 में भूपेंद्र सिंह से हार मिली। अरुणोदय पोस्ट ग्रेजुएट हैं। खेती-किसानी का काम करते हैं। 

कांग्रेस से 2022 में दिया था इस्तीफा, 2023 में फिर वापसी
बता दें कि अरुणोदय चौबे को पूर्व सीएम कमलनाथ का करीबी माना जाता है। अक्टूबर 2022 में अरुणोदय ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने की वजह यह थी कि खुरई में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता भिड़ गए थे। दोनों के बीच झड़प हुई थी। मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और अरुणोदय चौबे पर केस दर्ज हुए थे। उस समय उनको पार्टी का साथ नहीं मिला था। इस बात का जिक्र करते हुए अरुणोदय ने कांग्रेस के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद विधानसभा चुनाव 2023 में पूर्व विधायक और बुंदेलखड़ के दिग्गज नेता अरुणोदय चौबे की कांग्रेस में वापसी हुई थी।  

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