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हरियाणा की हिसार लोकसभा सीट से भाजपा ने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला को उम्मीदवार बना दिया। जिसके बाद कुलदीप बिश्नोई के विधायक बेटे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखी राजनीति में आपकी लोकप्रियता ही आपकी कमजोरी बन जाती है, बेटे की पोस्ट सामने आते ही कुलदीप स्वयं आगे आए और कहा जिंदगी लंबी है कार्यकर्ता मायूस न हों।

चंडीगढ़। भाजपा ने प्रदेश की बाकी बची चार लोकसभा सीटों पर रविवार रात उम्मीदवार घोषित कर दिए। हिसार से प्रदेश के कैबिनेट मंत्री व रानिया से निर्दलीय विधायक और देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला को अपना उम्मीदवार बना दिया। 2019 में भाजपा की टिकट पर हिसार से सांसद बने पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बिरेंद्र सिंह के बेटे अपनी टिकट कटने की आशंका के चलते लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए। जिसके बाद कांग्रेस से भाजपा में आए पूर्व सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई सहित कई नेता टिकट की दौड़ में थे, परंतु कुलदीप टिकट को लेकर आश्वास्त बने हुए थे। 24 मार्च की रात भाजपा ने हिसार से एकाएक कैबिनेट मंत्री चौ. रणजीत चौटाला को टिकट देकर सभी को चौका दिया। जिसके बाद टिकट के मजबूत दावेदार माने जा रहे कुलदीप बिश्नोई के विधायक बेटे भव्य बिश्नोई ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि  राजनीति में आपकी लोकप्रियता ही अक्सर आपकी सबसे बड़ी कमजोरी बन जाती है। जिसे रणजीत चौटाला को उम्मीदवार बनाए जाने पर नाराजगी के रूप में देखा गया। स्थिति बिगड़ने से पहले ही कुलदीप ने न केवल पोस्ट को हटवाया, बल्कि कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि जिंदगी बहुत लंबी है, कार्यकर्ताओं को मायूस होने की जरूरत नहीं है। 

छह सीटों पर पहले ही तय कर दिए थे उम्मीदवार

भाजपा ने प्रदेश की 10 में छह सीटों पर अपनी दूसरी सूची में उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए थे। जिनमें करनाल से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गुरुग्राम से राव इंद्रजीत सिंह, फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर, भिवानी महेंद्रगढ़ से धर्मबीर सिंह, सिरसा से अशोक तंवर व अंबाला से बंतों कटारियों को उम्मीदवार बनाया था। 24 मार्च को घोषित सूची में हिसार से रणजीत चौटाला, कुरूक्षेत्र से उद्यमी नवीन जिंदल, सोनीपत से मोहन लाल बड़ौली और रोहतक से डॉ. अरविंद शर्मा को उम्मीदवार बनाया था। 

10 में से 6 नए चेहरे 

2019 में प्रदेश की सभी 10 लोकसभा सीट जीतने वाली भाजपा ने 2024 के लिए सभी उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। 10 में से चार पुराने चेहारों को फिर से मौका दिया गया है, जबकि 6 नए चेहरे उतरे गए हैं। गुरुग्राम से राव इंद्रजीत सिंह, फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर, रोहतक से डॉ. अरविंद्र शर्मा और भिवानी महेंद्रगढ़ से धर्मबीर सिंह को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है। हिसार से चौ. रणजीत चौटाला, सोनीपत से विधायक मोहन लाल बड़ौली, अंबाला से बंतो कटारिया, कुरूक्षेत्र से नवीन जिंदल को उम्मीदवार बनाया है। 2019 में कुरूक्षेत्र से सांसद बने नायब सैनी प्रदेश के मुख्यमंत्री बन चुके हैं। हिसार के सांसद बृजेंद्र भाजपा छोड़ कांग्रेस में चले गए और अंबाला के सांसद रत्नलाल कटारिया का देहांत हो चुका है। सोनीपत के सांसद रमेश कौशिक को चुनाव से ठीक पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुई कथित अश्लील सीडी ले डूबी। सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल की जगह कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर, करनाल से संजय भाटिया की जगह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को उम्मीदवार बनाया है।

मंत्रीमंडल विस्तार में भी हाथ लगी थी निराशा

मनोहर लाल की जगह नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाने के बाद भव्य बिश्नोई को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की चर्चाएं थी। जिसके चलते कुलदीप व भव्य के समर्थक चंडीगढ़ तक पहुंच गए थे, परंतु नायब के सैनी में भव्य को स्थान नहीं मिलने के बाद समर्थकों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा था। 

राजस्थान से भी थी उम्मीद

कुलदीप बिश्नोई को हरियाणा की हिसार सीट के साथ राजस्थान में भी बिश्नोई बाहुल्य किसी सीट से टिकट मिलने की उम्मीद थी। कुलदीप समर्थकों का मानना था कि यदि किसी कारणवंश हिसार से टिकट नहीं मिला तो राजस्थान से अवश्य मिल सकता है। लोकसभा चुनाव लड़ने की चाह में कुलदीप बिश्नोई दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से भी मिले थे। परंतु फिलहाल कुलदीप को दोनों ही जगह निराशा हाथ लगी। 

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