फसल खराबे पर सरकार की पहल: बरसात व ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसल के दावे के लिए खोला क्षतिपूर्ति पोर्टल

Letter issued by Disaster Management Department.
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आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी किया गया पत्र।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिला उपायुक्तों को पत्र भेजकर कहा  कि बरसात व ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसल के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल पर किसानों के आवेदन लिए जाएं।

Fatehabad: प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों को पत्र भेजकर कहा कि 3 मार्च को बरसात व ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसल के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल पर किसानों के आवेदन लिए जाएं। क्षतिपूर्ति पोर्टल वीरवार से खोल दिया गया है। बरसात व ओलावृष्टि से प्रभावित किसान इसमें 15 मार्च तक अपना खराबा दर्ज करवा सकते हैं। इसके बाद खराबे की रिपोर्ट दर्ज नहीं होगी।

क्षतिपूर्ति पोर्टल से 5 एकड़ की शर्त को हटाया

सरकार की ओर से क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 5 एकड़ की शर्त को हटा दिया गया है। सरकार की ओर से किसानों की मांग और होने वाली परेशानी को देखते हुए लिया है। हालांकि राजस्व व आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा डीसी को जारी पत्र में इसका कोई उल्लेख नहीं है। सरकार की ओर से किसानों को बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान की रिपोर्ट 15 मार्च तक अपलोड किए जाने को कहा गया है। बारिश-ओलावृष्टि से फतेहाबाद सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में 25 से 50 फीसदी नुकसान माना जा रहा है।

बारिश व ओलावृष्टि से किसानों को हुआ भारी नुकसान

किसान सरकार से फसल नुकसान को केवल पांच एकड़ तक अपलोड करने की सीमा को बढ़ाने की मांग कर रहे थे। किसानों का कहना था कि बारिश और ओलावृष्टि के कारण उन्हें भारी नुकसान हुआ है। सरकार को किसानों को वास्तविक एकड़ जमीन अपलोड करने की अनुमति देनी चाहिए, जहां उन्हें नुकसान हुआ है। सरकार ने घोषणा की कि किसानों के लिए 15 मार्च तक अपने दावे दर्ज कराने के लिए पोर्टल खुला रहेगा। बता दें कि फतेहाबाद जिले के भट्टूकलां व टोहाना में ओलावृष्टि व बरसात से 15 फीसदी फसल नष्ट होने की रिपोर्ट भेजी गई है।

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