दिल्ली में ब्लैकमेलिंग: पहले की फायरिंग फिर मांगी दो करोड़ की रंगदारी, पांच आरोपी अरेस्ट

delhi crime news
X
Delhi Crime: दिल्ली के सीलमपुर में दिन दहाड़े एक युवक को एक नाबालिग ने गोली मार दी।
द्वारका जिले की एएटीएस टीम ने दो करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पहले फायरिंग की फिर रंगदारी मांगी थी।

Blackmailing In Delhi: द्वारका जिले की एएटीएस टीम ने हत्या की कोशिश और दो करोड़ की रंगदारी के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनसे वारदात में इस्तेमाल देसी कट्‌टा और मोबाइल बरामद हुए हैं। इस गिरफ्तारी से तीन मामले सुलझाने का दावा पुलिस ने किया है। पूछताछ में इन्होंने कबूला कि यूट्यूब पर उपलब्ध बड़े बदमाशों के वीडियो देखते थे। उनसे प्रेरित होकर रंगदारी की कोशिश की गई थी। पांच में से तीन आरोपी पहले भी चोरी, साइबर अपराध और अन्य मामलों में शामिल रहे हैं।

नजफगढ़ इलाके का मामला

डीसीपी अंकित चौहान के अनुसार, 18 अप्रैल को नजफगढ़ थाने को फायरिंग की पीसीआर कॉल मिली थी। घटनास्थल पर जांच के दौरान पता चला कि आरोपी दो स्कूटी पर आए थे। इन्होंने संजय के ऊपर फायरिंग की थी। घायल संजय नजफगढ़ में क्लीनर और हेल्पर के रूप में काम करता है।

पहले की थी फायरिंग

घटना वाले दिन सुबह करीब 9:20 बजे वह गोदाम का शटर खोल रहा था। कुछ देर बाद हेलमेट पहने एक युवक मुख्य गेट पर आया और उसने गोदाम का छोटा गेट खोल दिया। उस युवक ने बिना कुछ कहे उस पर फायरिंग कर दी। हाथ पर छर्रे लगने से वह घायल हो गया।

दो करोड़ की मांगी थी रंगदारी

इसके बाद हमलावर अपने साथियों के साथ स्कूटी पर बैठ फरार हो गया। इस बीच, व्यवसायी के बेटे ललित को दो करोड़ की रंगदारी की कॉल मिली। केस की जांच में एएटीएस टीम को भी शामिल किया गया। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चैक करने और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से इस वारदात में शामिल आरोपियों का पता लगाया और 19 अप्रैल को शूटर सन्नी शाह निवासी राणा एंक्लेव और दो साजिशकर्ता लक्ष्य भारद्वाज, निखिल और उनके सहयोगियों को पकड़ लिया।

पुलिस की तहकीकात में खुलासा हुआ कि जिस साइट पर घटना हुई, वहां का इलेक्ट्रीशियन सन्नी शाह ही इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड था। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर रंगदारी वसूलने की योजना बनाई थी। उसका धोखाधड़ी के एक मामले में पहले भी नाम आ चुका चुका है। 20 वर्षीय निखिल निवासी मदनगीर गांव ने सनी के साथ मिलकर ललित आहूजा को धमकी भरी कॉल की थी। वह मेरठ से पत्राचार के माध्यम से बीए कर रहा है।

वहीं, 22 वर्षीय चिराग दिल्ली निवासी लक्ष्य भारद्वाज ने रंगदारी मांगने के लिए मोबाइल उपलब्ध कराया था। 18 वर्षीय शिव प्रकाश शुक्ला ने अपराध के लिए स्कूटी उपलब्ध कराई थी। वह देशबधु कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। इसके अलावा वह ओखला में केमिस्ट की दुकान पर पार्ट टाइम जॉब भी करता है। वहीं, आरोपी 26 वर्षीय इंद्रजीत ने मोबाइल सिम का बंदोबस्त किया था। इस पर भी पहले केस दर्ज हो चुके हैं।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story