घरों में लगाए जा रहे डिजिटल स्मार्ट मीटर : मोबाइल के माध्यम से प्री पैड रिचार्ज होंगे विद्युत मीटर, रीडिंग व्यवस्था होगी खत्म 

Digital Smart Meter
X
नवापारा के घरों में डिजिटल स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं
नवापारा में घर- घर डिजिटल स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगने के बाद मोबाइल के माध्यम से मीटर प्री पैड रिचार्ज होंगे जिससे रीडिंग व्यवस्था खत्म होगी।  

श्यामकिशोर शर्मा- नवापारा। छत्तीसगढ़ के नवापारा में स्मार्ट मीटर इंस्टॉल करने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। निजी कंपनी की टीम वार्ड क्रमांक 20 के प्रत्येक घरों में स्मार्ट मीटर लगाने के काम में जुटी हुई है। स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ता अपनी जरुरत के अनुरूप रिचार्ज कर सकेंगे। लेकिन सोशल मीडिया में कुछ वायरल ख़बरों के आधार पर कुछ लोगों में भय है कि, डिजिटल स्मार्ट मीटर से अधिक बिल की शिकायत आ रही है। किंतु स्मार्ट मीटर लगने के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी।

दरअसल राज्य शासन की महती योजना के तहत पुराने मीटर की जगह पर नया डिजिटल स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। लोगों के बीच भी स्मार्ट डिजिटल मीटर कौतूहल का विषय है। नए मीटर को लगाने के बाद लोगों में रिचार्ज करने की उत्सुकता है। गौरतलब है कि, स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ता अपनी जरुरत के अनुरूप रिचार्ज कर सकेंगे साथ ही खपत और बैलेंस को वास्तविक स्थिति की जानकारी भी रहेगी। विद्युत विभाग को भी बकाया वसूली और विद्युत कनेक्शन काटने के झंझट से मुक्ति मिलेगी।

इसे भी पढ़ें...खंडहर में बदला किंकारी जलाशय का रेस्ट हाउस : अफसरों की लापरवाही के चलते हुआ जर्जर

डिजिटल मीटर लगाने की तैयारी

नवापारा डिवीजन के अंदर सब डिविशन है जहां ग्रामीण विद्युत और शहरी उपभोक्ता है। क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हो चुका है जो इस महीने के अंत तक चलेगा। डिवीजन के डी ई शिव गुप्ता ने बताया कि, अभी पुरानी पद्धति से ही मीटर की रीडिंग होगी। इसके बाद डिजिटल मीटर रिचार्ज होना प्रस्तावित है। उन्होंने आगे बताया कि, डिजिटल मीटर से उपभोक्ताओं को बहुत ही सुविधा होगी वे अपने आवश्यकता में अनुरूप रिचार्ज कर पाएंगे।

मीटर रीडर से रोजगार छिन जाने का डर

वर्तमान में मीटर की रीडिंग ऑपरेटर घर- घर जाकर रीडिंग कर बिल देते है। डिजिटल मीटर लगने के बाद ऑपरेटर की जरुरत नहीं होगी जिससे ऑपरेटर के सामने रोजगार की समस्या पैदा हो जाएगी। नवापारा डिवीजन के अंतर्गत लगभग 80 मीटर रीडिंग ऑपरेटर कार्यरत है। पिछले 7 आठ सालों से ऑपरेटर मीटर रीडिंग काम करके अपनी रोजी- रोटी और परिवार चला रहे है। पिछले महीने ऑपरेटरो ने हड़ताल कर शासन से उनकी समस्या के निवारण के लिए मांग की थी। लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story