virat kohli retirement: 'कोहली ने टेस्ट से इसलिए संन्यास लिया क्योंकि...'टीम इंडिया के पूर्व कोच ने सब साफ कर दिया

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virat kohli test retirement: ग्रेग चैपल ने बताया है कि विराट कोहली ने क्यों संन्यास लिया। 

greg chappell on virat kohli test retirement: टीम इंडिया के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने कहा है कि विराट कोहली का टेस्ट से संन्यास लेना खराब फॉर्म के कारण नहीं, बल्कि मानसिक स्पष्टता की कमी का नतीजा था।

greg chappell on virat kohli test retirement: विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर चर्चाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। अब पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और भारत के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने बड़ा बयान दिया है। चैपल के मुताबिक, कोहली के संन्यास के पीछे वजह सिर्फ आंकड़ों की गिरावट नहीं, बल्कि उनकी मानसिक थकान और स्पष्टता की कमी थी।

ईएसपीएन क्रिकइंफो के लिए अपने कॉलम में चैपल ने लिखा, 'विराट का फैसला किसी तकनीकी कमजोरी से नहीं, बल्कि इस समझ से आया कि वह अब पहले जैसी मानसिक स्पष्टता नहीं ला पा रहे थे। उन्होंने मान लिया था कि जब तक दिमाग तेज़ और निर्णायक नहीं होगा, शरीर भी साथ नहीं देगा।'

36 साल के कोहली ने इस साल इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। बीते 5 सालों में कोहली का टेस्ट में प्रदर्शन औसत रहा। उन्होंने 37 टेस्ट में 1990 रन बनाए, जिसमें सिर्फ 3 शतक शामिल थे। उनका औसत भी 2019 में 54.97 से गिरकर संन्यास तक 46.85 पर आ गया था।

चैपल ने बताया कि मानसिक थकान का असर खिलाड़ी के फुटवर्क और फैसलों पर पड़ता है। उन्होंने लिखा, 'जब दिमाग में संदेह घर करने लगता है, तो उसका असर सीधे फैसलों और पैरों की चाल पर पड़ता है। यही वजह है कि विराट जैसे चैंपियन खिलाड़ी को भी जूझना पड़ा।'

कोहली की आखिरी टेस्ट सीरीज ऑस्ट्रेलिया में हुई थी, जहां उन्होंने 9 पारियों में केवल 190 रन बनाए। उनका औसत रहा 23.75। 8 में से सात बार वह ऑफ स्टंप के बाहर गेंदों पर आउट हुए। सिडनी टेस्ट में स्कॉट बोलैंड ने दोनों पारियों में उन्हें पवेलियन भेजा। कोहली ने 123 टेस्ट में 9230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। वह भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले चौथे बल्लेबाज़ हैं।

चैपल ने आगे लिखा, 'कोहली का संन्यास इस बात की याद दिलाता है कि क्रिकेट में फॉर्म दिमाग से जुड़ा होता है, तकनीक से नहीं। जब खिलाड़ी का दिमाग थक जाता है, तो शरीर भी जवाब देने लगता है।'

चैपल के इस बयान ने कोहली के संन्यास को एक नया नजरिया दिया है कि ये सिर्फ एक खिलाड़ी का आउट ऑफ फॉर्म होना नहीं, बल्कि एक चैंपियन का खुद से ईमानदार निर्णय था।

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