Parliament Monsoon Session: संसदीय समिति की वर्चुअल बैठकों का प्रस्ताव रिजेक्ट, बताई वजह
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वर्चुअल बैठकें आयोजित करने के सुझाव को दोनों सदनों ने खारिज कर दिया है।

कोरोना महामारी के बीच संसद के मानसून सत्र को अगस्त तक टालने और वर्चुअल बैठक के माध्यम से करवाने पर इंकार कर दिया गया है। माना जा रहा है कि जुलाई में नियमित बैठकों का दौर फिर से शुरू हो सकेगा। संसद की विभिन्न स्थायी समितियों के जुलाई से अपनी नियमित बैठकें फिर से शुरू करने की संभावना है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वर्चुअल बैठकें आयोजित करने के सुझाव को दोनों सदनों ने खारिज कर दिया है। इसके पीछे की वजह समितियों की कार्यवाही लीक हो सकती है। फिलहाल, कोरोना की दूसरी लहर की वजह से स्थायी समितियां अपनी बैठक नहीं कर रही हैं।
सूत्रों ने बताया कि संसद के अधिकांश सदस्यों, वरिष्ठ अधिकारियों और स्टाफ ने अब कोरोना का टीका लगाया है और सक्रिय मामलों में भी कमी हो रही है। ऐसे में बैठकें जुलाई से फिर से शुरू होने की संभावना है। मिली जानकारी के मुताबिक, इन समितियों की कार्यवाही गोपनीय है और उचित सहमति के बिना इसे सार्वजनिक डोमेन में शेयर नहीं किया जा सकता है।
संसदीय स्थायी समिति की बैठक का कोई प्रावधान नहीं है। जब कुछ सदस्यों ने इन बैठकों को बुलाने के लिए कहा तो दोनों सचिवालयों ने इसे अस्वीकार कर दिया था। ये बैठकें गोपनीय होती हैं और इन बैठकों का वीडियो लीक होने की संभावना है। सदस्यों को पहले ही सूचित कर दिया गया है कि इन बैठकों की गोपनीयता और संवेदनशील नेचर के चलते बैठकें संभव नहीं हैं। सचिवाय पहले ही इस मांग को खारिज कर चुका है।

Vipin Yadav
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज से स्नातक पूर्ण किया हूं। पढ़ाई के दौरान ही दैनिक जागरण प्रयागराज में बतौर रिपोर्टर दो माह के कार्य का अनुभव भी प्राप्त है। स्नातक पूर्ण होने के पश्चात् ही कैंपस प्लेसमेंट के द्वारा हरिभूमि में बतौर एक्सप्लेनर के रूप में कार्यरत हूँ। अध्ययन के साथ साथ ही कंटेंट राइटिंग में विशेष रुचि है।