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Rameshwaram Cafe Blast: कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने शुक्रवार 5 अप्रैल को कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने रामेश्वरम कैफे विस्फोट से जुड़े भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक कार्यकर्ता को हिरासत में लिया है। एनआईए ने इसका खंडन किया है।

 Rameshwaram Cafe blast: कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने शुक्रवार 5 अप्रैल को कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रामेश्वरम कैफे विस्फोट से जुड़े भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यकर्ता को हिरासत में लिया है। हालांकि, एनआईए ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में इसकी पुष्टि नहीं की है और असत्यापित खबरें फैलाने के खिलाफ चेतावनी दी है। साथ ही एनआईए ने कहा कि यह आतंकी हमले से जुड़ा मामला है, इसलिए इस मामले में गवाहों की पहचान उजागर नहीं की जा सकती है। अगर ऐसा किया गया तो उनकी जान को खतरा है। मामले की जांच भी प्रभावित हो सकती है। 

एनआईए ने जारी किया बयान
एनआईए ने खुलासा किया कि शिवमोग्गा जिले के तीर्थहल्ली निवासी मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मथीन ताहा की पहचान विस्फोट के अपराधी और सह-साजिशकर्ता के रूप में की गई थी। दोनों के खिलाफ 1 मार्च को बेंगलुरु के आईटीपीएल रोड पर हुए रामेश्वरम कैफे विस्फोट में शामिल होने की जांच की जा रही है। इस मामले में NIA ने इस मामले में अब तक सिर्फ मुजम्मल शरीफ नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। मुजम्मल को तमिलनाडु, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में छापेमारी के बाद हिरासत में लिया गया। 

कर्नाटक के सवास्थ्य मंत्री के विरोधाभासी दावे
एनआईए के बयान के उलट कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने आरोप लगाया कि शिमोगा जिले के तीर्थहल्ली में एक भाजपा कार्यकर्ता को पकड़ा गया था। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा अब कर्नाटक की भगवा कलियां क्या कहेंगी कि विस्फोट का कारण हमारी सरकार है? क्या इसका मतलब यह नहीं है कि रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट में बीजेपी का हाथ है क्योंकि बीजेपी नेता को एनआईए ने हिरासत में ले लिया है? क्या आपको इससे अधिक कोई सबूत चाहिए कि भाजपा राज्य में धर्मरक्षा के नाम पर जो भगवा आतंकवाद चला रही है, वह गंभीर समस्याएँ पैदा कर रहा है? केंद्रीय भाजपा, जो देश पर आरएसएस की विचारधारा थोप रही है, इस पर क्या कहती है?''

रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले की चल रही है जांच
एनआईए ने 13 मार्च को मामले को अपने हाथ में लेते हुए पहले मुजम्मिल शरीफ को गिरफ्तार किया था, जिसे विस्फोट का मुख्य मास्टरमाइंड माना जाता है। हालांकि, मुख्य संदिग्ध मुसाविर शाज़ीब हुसैन और उसके कथित सहयोगी अब्दुल मथीन ताहा को अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। एनआईए इस मामले में आरोपियों के बारे में और ज्यादा जानकारियां जुटा रही हैं। यह पता किया जा रहा है कि आरोपियों के साथ इस ब्लास्ट के साजिश में और कौन शामिल था। 

रामेश्‍वरम कैफे में 1 मार्च को हुआ था ब्लास्ट
1 मार्च को बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड इलाके में आईटीपीएल रोड पर स्थित रामेश्वरम कैफे में ईडी से विस्फोट हुआ। इस आतंकी घटना में 9 घायल हुए थे। जांच में सामने आया था कि  एक टाइमर का इस्तेमाल करके आईईडी बम को ट्रिगर किया गया था। ब्लास्ट के बाद पुलिस ने कई सीसीटीवी फुटेज जारी किए। जिसमें मुख्य संदिग्ध दिखाई दे रहा था। करीब 30 साल का एक युवक कैफे के अंदर इडली की एक प्लेट ले जाते हुए देखा गया। उसके कंधे पर बैग था। एक अन्य सीसीटीवी फुटेज में वही संदिग्ध बैग लेकर कैफे की ओर जाता दिखा। एक में सड़क पर चलते हुए मोबाइल से बात करते हुए भी नजर आया था।

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