Farmers Vanity Van: आंदोलन में वैनिटी वैन लेकर पहुंचा किसान, एसी, पंखा जैसी सुविधाओं से है लैस, 7 लोग कर सकते हैं सफर

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किसान आंदोलन में कुछ किसान वैनिटी वैन लेकर पहुंचे हैं।
Farmers Vanity Van: किसान आंदोलन में एक किसान ऐसा भी है जो वैनिटी वैन लेकर पहुंचे हैं। यह वैनिटी वैन फरीदकोट के रहने वाले किसान गुरदीप सिंह संधू हैं। इसमें एसी, एलसीडी टीवी और मॉर्डन टाॅयलेट जैसी सुविधाएं मौजूद हैं।

Farmers Vanity Van:पंजाब हरियाणा बॉर्ड पर किसान बीते कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर आए किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े हैं। इसमें हजारों की संख्या में किसान पहुुंचे थे। वहीं किसान आंदोलन के दौरान एक किसान ऐसा भी है जो वैनिट वैन लेकर पहुंचा हैं। इस किसान की वैनिटी वैन में हर वह सुविधा मौजूद हैं जो किसी फिल्मी सितारे के वैनिटी वैन में होती है। इस वैनिटी वैन के मालिक फरीदकोट के किसान गुरदीप सिंह संधू हैं।

एसी, एलसीडी टीवी जैसी सुविधाएं मौजूद
इस वैनिटी वैन में एसी, एलसीडी टीवी के सा ही दूसरी कई सुविधाएं मौजूद हैं। इसमें आराम करने के लिए दो पलंगनुमा सुविधा बनाई गई है। वैन में ड्राइवर केबिन अलग है और किसानों के आराम करने के लिए बनाया गया केबिन अलग। ड्राइवर से बात करने के लिए केबिन में एक खिड़की दी गई है। वहीं, चाय और भोजन बनाने के लिए इंडक्शन चुल्ह लगा है। वैनिटी अंदर के कपबोर्ड है जहां पर सामान रखा जा सकता है। बैठने के लिए गद्देदार सीट बनाए गए हैं। अंदर फैन भी लगाया गया है।

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किसानों ने वैनिटी वैन को ग्रे कलर से पेंट किया है।

पिछली बार भी वैनिटी वैन लेकर आए थे किसान
वैनिटी वैन के बाहर के हिस्से को ग्रे कलर से पेंट किया गया है। इस वैनिट वैन में एक टॉयलेट भी बनाया गया है। इस वैन के बाहर हिस्से पर लिखा है -किसान हैं तो भोजन है। हम किसान हैं आतंकी नहीं है।किसान गुरदीप सिंह संधू ने कहा कि यह वैनिटी वैन उन्होंने 2021 में उस समय बनाई थी, जब पिछली बार किसान आंदोलन के दौरान बनाई थी। संधू ने एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए बताया कि वह पिछली बार भी वह किसान आंदोलन में शामिल हुए थे। उस बार वह टिकरी बॉर्डर पर रुके थे। इसे बनाने में पांच से 6 लाख का खर्च आया है।

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किसान की वैनिटी वैन अंदर से कुछ इस तरह नजर आती है।

आखिर क्यों आई इस वैन को बनाने की जरूरत
किसान संंधू ने बताया कि वह अक्सर ग्रुप में यात्रा करते हैं। ऐसे में ट्रैक्टर ट्रॉली में सफर करने के दौरान कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। आंदोलन के दौरान मौसम की मार को भी झेलना होता था। कभी मौसम ठंड होता है तो कभी गर्म। इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए उनके जेहन में इस वैनिट वैन को डिजाइन करने का आइडिया आया। वैनिटी वैन का इस्तेमाल करने वाले एक किसान ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अगर सरकार किसानों की मांगों को मान लेती तो उन्हें इस प्रकार के वैनिटी वैन को डिजाइन करने की जरूरत ही नहीं पड़ती। इसमें सात लोग आराम से सफर कर सकते हैं।

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