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Parenting Tips: बहुत से बच्चे भावनात्मक रूप से बहुत कमजोर होते हैं। पैरेंट्स उनकी परवरिश में कुछ बातों का ख्याल रख उन्हें मजबूत बना सकते हैं।

Parenting Tips: हर पैरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा इमोशनली स्ट्रॉन्ग रहे। हालांकि कई बच्चे भावनात्मक रूप से काफी कमजोर होते हैं। ऐसा होने के पीछे कई वजहे हो सकती हैं। आप भी महसूस करते हैं कि आपका बच्चा अगर इमोशनली वीक है तो उसकी परवरिश के दौरान कुछ बातों का खास ख्याल रखें। इससे बच्चे में आत्मविश्वास बढ़ेगा और वो खुद को सुरक्षित महसूस करने लगेगा। 

बच्चे की परवरिश किसी भी पैरेंट्स के लिए एक बेहद चुनौतीभरा काम होता है। इसके लिए कई बातों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। आइए जानते हैं बच्चे की पैरेंटिंग से जुड़ी कुछ जरूरी बातें। 

बच्चे की परवरिश में इन बातों का रखें ख्याल

भावनाओं को स्वीकार करें - अपने बच्चे को उसकी सभी भावनाओं को महसूस करने दें, चाहे वे सकारात्मक हों या नकारात्मक। उन्हें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करें, चाहे वह बात करके, रोकर, या चित्र बनाकर हो। उन्हें बताएं कि उनकी भावनाएं मान्य हैं और आप उनका समर्थन करते हैं।

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सुरक्षित वातावरण बनाएं - अपने बच्चे को एक ऐसा वातावरण प्रदान करें जहां वे सुरक्षित और प्यार महसूस करें। उन्हें बताएं कि आपहमेशा उनकी बात सुनने और उनकी मदद करने के लिए तैयार हैं। उन्हें स्वस्थ तरीके से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करें।

मजबूत संबंध बनाएं - अपने बच्चे के साथ समय बिताएं और उनसे बातचीत करें। उनकी रुचियों में दिलचस्पी दिखाएं और उनकी गतिविधियों में शामिल हों। उन्हें प्यार और स्नेह दें।

सकारात्मक रोल मॉडल बनें - अपने बच्चे को अपनी भावनाओं को स्वस्थ तरीके से प्रबंधित करते हुए देखें। उन्हें तनाव, क्रोध और निराशा से निपटने के लिए सकारात्मक रणनीति सिखाएं। उन्हें अपनी गलतियों से सीखने और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें।

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स्वतंत्रता और जिम्मेदारी दें - अपने बच्चे को उम्र के अनुसार स्वतंत्रता और जिम्मेदारी दें। उन्हें अपने निर्णय लेने और अपनी गलतियों से सीखने दें। उन्हें अपनी उपलब्धियों पर गर्व महसूस करने में मदद करें।

चुनौतियों का सामना करने में मदद करें - अपने बच्चे को चुनौतियों का सामना करने और उनसे सीखने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्हें हार न मानने और लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रयास करते रहने के लिए प्रेरित करें। उन्हें अपनी असफलताओं से निपटने और उनसे आगे बढ़ने में मदद करें।

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