Health Tips: बरसात में बैंगन खाने से पहले जान लें जरूरी बात, कहीं हो न जाए नुकसान

मानसून में बैगन क्यों नहीं खाना चाहिए (Image: Grok)
Health Tips: बरसात का मौसम हर किसी को भाता है, चारों ओर हरियाली, ठंडी हवाएं और गरमा-गरम पकवानों की खुशबू। इस मौसम में ज्यादातर लोग अपने खानपान में बदलाव करते हैं और कुछ खास सब्जियों की डिमांड बढ़ जाती है। इन्हीं में से एक है, बैंगन। भरता हो या भुर्ता, फ्राई हो या करी, बैंगन हर रूप में स्वादिष्ट लगता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मानसून के मौसम में बैंगन खाना हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता?
बैंगन की तासीर और बरसात में इसका असर
बैंगन की तासीर गर्म मानी जाती है। यह शरीर में पित्त को बढ़ा सकता है, खासकर जब मौसम में नमी और बैक्टीरिया का प्रभाव पहले से ही अधिक हो। बरसात में बैंगन खाने से शरीर में गर्मी और एलर्जी की शिकायत हो सकती है। इससे मुंह में छाले, स्किन पर रैशेज़, या पेट में जलन जैसी समस्या हो सकती है।
बैंगन में मौजूद ऑक्सलेट्स से खतरा
बैंगन में ऑक्सलेट्स नामक तत्व पाए जाते हैं जो किडनी स्टोन यानी पथरी की समस्या वाले लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। बरसात में शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे यह जोखिम और बढ़ जाता है।
एलर्जी या स्किन रिएक्शन की आशंका
कुछ लोगों को बैंगन से एलर्जी हो सकती है। खासकर बरसात में जब वातावरण पहले ही बैक्टीरिया और फंगल से भरा होता है, तब बैंगन खाने से स्किन पर खुजली, रैशेज़ या सूजन जैसी प्रतिक्रिया हो सकती है। बच्चों और बुजुर्गों को इससे विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
बैंगन और गर्भवती महिलाएं
आयुर्वेद के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को बरसात में बैंगन से परहेज करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि यह गर्भाशय की मांसपेशियों को उत्तेजित कर सकता है, जिससे गर्भ में असुविधा हो सकती है।
बरसात में बैंगन पर कीटनाशकों का खतरा
बरसात में सब्जियों में फंगस और कीटनाशकों की मात्रा बढ़ जाती है, और बैंगन की सतह पर यह जल्दी जम जाते हैं। अगर बैंगन ठीक से साफ नहीं किया गया या सड़ा-गला है तो यह पेट संबंधी संक्रमण का कारण बन सकता है।
किन लोगों को नहीं खाना चाहिए बैंगन?
- जिन लोगों को एसिडिटी या गैस की समस्या होती है
- जिन्हें स्किन एलर्जी होती है
- किडनी स्टोन या यूरिनरी ट्रैक्ट से जुड़ी समस्या है
- गर्भवती महिलाओं को नहीं खाना चाहिए
बैंगन खाते वक्त रखें सावधानियां
- हमेशा ताजा और सख्त बैंगन ही चुनें
- पकाने से पहले बैंगन को हल्दी और नमक के पानी में 15 मिनट भिगो दें
- बैंगन को अच्छी तरह पका कर खाएं, अधपका न रखें
- सप्ताह में 1 बार ही खाएं, वो भी सीमित मात्रा में
- बैंगन के साथ नींबू या दही का सेवन करने से शरीर की गर्मी संतुलित रहती है
(Disclaimer): बैंगन स्वाद में चाहे जितना भी लाजवाब हो, बरसात के मौसम में इसे खाने से पहले थोड़ा सोच-विचार जरूर करें। हर शरीर की तासीर अलग होती है और इस मौसम में इम्यून सिस्टम पहले ही चुनौती झेल रहा होता है। ऐसे में बेहतर यही होगा कि बैंगन को सीमित मात्रा में खाएं और अगर शरीर में कोई असामान्य प्रतिक्रिया हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सेहत से बड़ा स्वाद नहीं, इसलिए अपने खानपान में समझदारी दिखाएं और खुद को स्वस्थ रखें।
