Hari bhoomi hindi news chhattisgarh
toggle-bar

छत्तीसगढ़ कॉलेजों में ऑनलाइन हो सकती हैं परीक्षा, कुलपतियों से मांगा जवाब

कोरोना के कारण स्थगित हुई विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं ऑनलाइन मोड में लिए जाने पर विचार चल रहा है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को खत लिखा है। उच्च शिक्षा आयुक्त शारदा वर्मा द्वारा विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को लिखे गए पत्र में पूछा गया है कि क्या उनके पास इतने संसाधन हैं कि ऑनलाइन मोड से परीक्षाएं ली जा सकें? कुलपतियों को 17 अप्रैल तक मांगी गई जानकारियां देने कहा गया है।

छत्तीसगढ़ कॉलेजों में ऑनलाइन हो सकती हैं परीक्षा, कुलपतियों से मांगा जवाब
X

कोरोना के कारण स्थगित हुई विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं ऑनलाइन मोड में लिए जाने पर विचार चल रहा है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को खत लिखा है। उच्च शिक्षा आयुक्त शारदा वर्मा द्वारा विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को लिखे गए पत्र में पूछा गया है कि क्या उनके पास इतने संसाधन हैं कि ऑनलाइन मोड से परीक्षाएं ली जा सकें? कुलपतियों को 17 अप्रैल तक मांगी गई जानकारियां देने कहा गया है।

यह लिखा है पत्र में

उच्च शिक्षा आयुक्त ने अपने पत्र में लिखा है, कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन होने से काॅलेजों की परीक्षाएं विलंबित हो चुकी हैं। इसे देखते हुए उक्त परीक्षाएं ऑनलाइन पद्धति से कराए जाने की संभावना का आकलन किया जाना है। इसके लिए जिलेवार परीक्षार्थियों की संख्या, ऑनलाइन परीक्षाएं कराए जाने की स्थिति में जिलेवार उपलब्ध संसाधनों की व्यवस्था, कंप्यूटर लैब की संख्या और क्षमता, इंटरनेट कंनेक्टिविटी तथा अन्य आवश्यक सामग्री के बारे में जानकारी मांगी गई है। ऑनलाइन परीक्षाओं के लिए लगने वाले सॉफ्टवेयर के बारे में भी पूछा गया है। ऑनलाइन परीक्षा कराने वाला सॉफ्टवेयर न होने की स्थिति में इसे तैयार करने में कितना वक्त लगेगा, इस संदर्भ में भी जानकारी देने कहा गया है।

संभव नहीं

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खत प्राप्त होने के बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन भी सकते में है। कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में इतने संसाधन नहीं हैं कि ऑनलाइन परीक्षाएं ली जा सकें। इसके अलावा छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा दिलाने के लिए संबंधित परीक्षा केंद्र में उपस्थित होना पड़ेगा। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो नहीं किया जा सकेगा। प्रदेश के सभी विश्वविद्यायों के छात्रों को यदि मिला दिया जाए तो लगभग 5 लाख छात्र परीक्षा में उपस्थित होंगे। इतनी बड़ी संख्या में कंप्यूटर की व्यवस्था कर पाना संभव नहीं है। इसके अलावा दूरस्थ क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की दिक्कत होती है। इस स्थिति में भी यहां ऑनलाइन परीक्षाएं नहीं ली जा सकती हैं।

जानकारी आने के बाद फैसला

ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा होगी, यह तय नहीं है। अभी केवल संसाधनों की जानकारी मांगी गई है। सभी विश्वविद्यालयों से जानकारी आने के बाद ही इस संबंध में फैसला होगा।


और पढ़ें
Next Story