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FASTags: वित्त वर्ष की शुरुआत के साथ 1 अप्रैल से देशभर में  'वन व्हीकल वन फास्टैग' लागू हो चुका है। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने केवायसी नहीं कराने वालों के फास्टैग (FASTags) बंद कर दिए हैं।

FasTag Delivery Swiggy: देशभर में टोल टैक्स कलेक्शन को लेकर 1 अप्रैल 2024 से वित्त वर्ष की शुरुआत के साथ नियमों में बदलाव हुआ है। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने फास्टैग (FASTags) को 'वन व्हीकल वन फास्टैग' (One Vehicle One FASTags) के तौर पर लागू कर दिया है। सरकार ने फास्टैग धारकों के लिए केवायसी कराने की डेडलाइन 31 मार्च तय की थी। तय समय में वेरिफिकेशन नहीं कराने वालों के फास्टैग डिएक्टिवेट किए जा चुके हैं। ऐसे में अगर आपका भी फास्टैग काम करना बंद कर चुका है या इसमें कोई दिक्कत आ रही है तो तुरंत मिनटों में नया ऑर्डर कर दीजिए। आइए जानते हैं कैसे? 

ऑर्डर के बाद 10 मिनट में टैग पहुंचेगा घर  
Swiggy Instamart समेत कई कंपनियों ने एनएचएआई नियमों के बाद नई स्ट्रैटजी पर काम शुरू कर दिया है। स्विगी ने फास्टैग की फास्ट डिलिवरी के लिए IndusInd Bank के साथ पार्टनरशिप की है। इसके ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से FASTags ऑर्डर करने पर यह मिनटों में सीधे आपके घर पहुंच जाएगा। फिलहाल स्विगी देश के चुनिंदा 29 शहरों में यह सर्विस मुहैया करा रही है। कंपनी की ओर से ऑर्डर करने के बाद 10 मिनट में फास्टैग उपलब्ध कराने का दावा किया है। इस सर्विस में यूजर्स को बैंक पोर्टल और लंबे प्रोसेस से मुक्ति मिलेगी।  

इन बैंकों से खरीद सकते हैं नए फास्टैग
पिछले महीने NHAI ने फास्टैग सर्विस के लिए 32 अधिकृत बैंकों की लिस्ट जारी की थी। इसमें पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) को बाहर कर दिया गया। FASTags के लिए अधिकृत बैंकों में एयरटेल पेमेंट्स बैंक, इलाहाबाद बैंक, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, सिटी यूनियन बैंक, इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक, फेडरल बैंक समेत अन्य बैंक शामिल हैं। इसी क्रम में Swiggy Instamart ने One Vehicle One Fastag में भागीदार बनने के लिए IndusInd Bank के साथ पार्टनरशिप की है। 

'One Vehicle One Fastag' क्या है?
केंद्र सरकार और हाईवे अथॉरिटी की ओर से टोल टैक्स की प्रक्रिया को और ज्यादा पारदर्शी बनाने के लिए नए नियम लागू किए गए हैं। अभी तक ऐसे कई मामले सामने आए थे कि एक फास्टैग को कई गाड़ियों में यूज किया जा रहा था। इसी गोरखधंधे पर लगाम लगाने के लिए नई व्यवस्था लाई गई है, जिसके लिए फास्टैग धारकों से केवायसी कराई गई। फास्टैग भारत में टोल कलेक्शन के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम है। टोल प्लाजा पर इसे ज्यादा सुगम बनाने के लिए एनएचएआई ने ‘एक वाहन, एक फास्टैग’ पहल की शुरुआत की है। दूसरी ओर, आरबीआई के प्रतिबंधों के बाद पेटीएम के फास्टैग बंद हो चुके हैं।

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