UPPCS 2025: यूपी पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में 58% अभ्यर्थियों ने छोड़ी परीक्षा!

लखनऊ में 58% से अधिक अनुपस्थिति दर्ज की गई। परीक्षा केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा और चेकिंग के चलते अभ्यर्थियों को बेल्ट, क्लेचर आदि उतारने पड़े। परीक्षा में पंजीकृत 6.26 लाख अभ्यर्थियों में से केवल 42.50% ही शामिल हुए।

Updated On 2025-10-12 23:42:00 IST

दो मिनट विलंब से पहुंचे अभ्यर्थीयों को प्रवेश नहीं मिला, जिससे उनकी एक साल की तैयारी बर्बाद हो गई।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2025 और सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी सेवा परीक्षा-2025 में इस बार भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। प्रदेश के सभी 75 जिलों के 1435 केंद्रों पर आयोजित इस परीक्षा के लिए कुल 6,26,387 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, लेकिन केवल 42.50 प्रतिशत ही परीक्षा देने पहुंचे, जिसका अर्थ है कि लगभग 58 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।

परीक्षा दो पालियों में हुई। पहली पाली (सुबह 9:30 से 11:30 बजे) में सामान्य अध्ययन का पहला पेपर हुआ, जिसमें 150 प्रश्न थे। दूसरी पाली (दोपहर 2:30 से 4:30 बजे) में सामान्य अध्ययन का द्वितीय पेपर (सीसैट) हुआ, जिसमें 100 प्रश्न पूछे गए।

जिलों की स्थिति और प्रशासनिक व्यवस्था

परीक्षा को नकल विहीन और सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए थे। प्रयागराज के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कई परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे, पेयजल, शौचालय आदि सुविधाओं का जायजा लिया।

राजधानी लखनऊ में भी उपस्थिति काफी कम रही। लखनऊ के 59 केंद्रों पर पंजीकृत कुल 27,456 अभ्यर्थियों में से 58% से अधिक अनुपस्थित रहे। यहां सिर्फ 11,431 अभ्यर्थी ही परीक्षा में शामिल हुए। जिलाधिकारी विशाख जी ने बताया कि 16,025 से अधिक अभ्यर्थी अनुपस्थित मिले।

सख्त नियम और अभ्यर्थियों की निराशा

परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त थी। अभ्यर्थियों की गहन चेकिंग के बाद ही प्रवेश दिया गया। अमेठी से आई वंदना ने बताया कि उन्हें हेयर क्लेचर, हाथ में अंगूठी और अन्य सामग्री पहनने पर प्रवेश नहीं दिया गया। पुरुष अभ्यर्थियों को भी बेल्ट उतारने के बाद ही एंट्री मिली।

सख्त नियमों के कारण कुछ अभ्यर्थियों को निराशा का सामना भी करना पड़ा। प्रयागराज से आए अभिनव को केवल दो मिनट की देरी के कारण प्रवेश नहीं मिला, क्योंकि गेट 8:45 बजे बंद हो गया था। अभिनव ने बताया कि लखनऊ में ट्रैफिक जाम की वजह से उन्हें देर हुई और उनकी एक साल की कड़ी मेहनत और तैयारी दो मिनट की चूक के कारण बेकार हो गई, जिससे वे बेहद निराश हैं। 

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