सिरसा में दीवार विवाद का खूनी अंत: डॉक्टर के भाई की ईंट से पीट-पीटकर हत्या
ग्रामीणों के अनुसार दोनों ने शराब पी रखी थी। घटना से पहले दोनों के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही यह खूनी वारदात हो गई। आरोपी मौके से फरार हो गया।
हरियाणा क्राइम समाचार।
सिरसा के पन्नीवाला मोरिका गांव में मामूली विवाद ने खूनी रूप ले लिया। शनिवार देर रात एक डॉक्टर के 45 वर्षीय भाई बूटा सिंह की उनके पड़ोसी ने ईंटों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। यह घटना दोनों पड़ोसियों के बीच एक गिरी हुई दीवार को लेकर हुए झगड़े का परिणाम थी। बूटा सिंह के भाई और आरोपी के भाई ने पुलिस को सूचित भी किया था, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी ने इस भयानक वारदात को अंजाम दे दिया और मौके से फरार हो गया।
मामूली झगड़े ने लिया भयानक रूप
विवाद 20-25 दिन पहले तेज बारिश के बाद दोनों के घरों के बीच की दीवार गिरने से शुरू हुआ। गांव के सरपंच प्रतिनिधि इकबाल सिंह ने बताया कि दीवार बूटा सिंह के घर की थी जिसके गिरने की जिम्मेदारी वह बार-बार पड़ोसी संदीप सिंह पर लगा रहे थे। इस बात पर दोनों के बीच बहस होती रहती थी। शनिवार की रात को भी दोनों के बीच इसी मुद्दे पर फिर से झगड़ा शुरू हुआ।
सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि रात 9:30 बजे उन्हें फोन पर झगड़े की सूचना मिली। मौके पर जाकर संदीप को समझाया जो मान गया था, लेकिन बूटा सिंह संदीप पर आरोप लगा रहे थे कि उसने ही दीवार गिराई है। बाद में दोनों शांत हो गए, लेकिन रात 11:30 बजे दोनों ने कथित तौर पर शराब पी रखी थी और फिर से बहस करने लगे। यह बहस इतनी बढ़ गई कि दोनों घर से बाहर गली में आ गए।
मौके पर ही दम तोड़ दिया
गली में आते ही संदीप ने बूटा सिंह को जमीन पर पटक दिया और उसके सीने पर बैठकर ईंटों से उसके सिर, चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर ताबड़तोड़ वार किए। इकबाल सिंह के अनुसार जब तक आसपास के लोग बीच-बचाव के लिए पहुंचते, तब तक बूटा सिंह की जान जा चुकी थी। यह हमला इतना क्रूर था कि बूटा सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस घटना की सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और बूटा सिंह के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल भेज दिया। हालांकि, आरोपी संदीप सिंह पुलिस को चकमा देकर फरार होने में सफल रहा।
घर में अकेले रहते थे बूटा सिंह
मृतक बूटा सिंह मजदूरी का काम करते थे और गांव में अपने घर में अकेले रहते थे। उनके भाई गुरजीत सिंह पंजाब के भगतापाई में एक रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर (RMP) हैं। बूटा सिंह की पत्नी करीब 10 साल पहले उन्हें छोड़कर मायके चली गई थी। तब से वह गांव में अपने घर में अकेले ही जीवन गुजार रहे थे। पुलिस ने बताया कि उन्होंने बूटा सिंह के भाई को घटना की सूचना दे दी है और उनके आने पर ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डबवाली सदर थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है और जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।