म्हारी छोरी छोरों से कम है के : रेवाड़ी में शादी से पहले बेटी को घोड़ी पर बैठाकर निकाला बनवारा, पेश की मिसाल
समाज बेटा और बेटी को एक नजर से देखने लगा है। विकास नगर निवासी बोदनराम और निर्मला देवी ने अपनी बेटी ममता की शादी से पहले घोड़ी पर बनवारा निकालकर सार्थक संदेश दिया।
By : अजय गर्ग
Updated On 2025-02-26 20:06:00 IST
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ : वर्तमान में समाज बेटा और बेटी को एक नजर से देखने लगा है। शहर के कालाका रोड स्थित विकास नगर निवासी बोदनराम और निर्मला देवी ने अपनी बेटी ममता की शादी से पहले घोड़ी पर बनवारा निकालकर समाज को एक सार्थक संदेश दिया। ममता को घोड़ी पर बैठाकर गाजे-बाजे के साथ कॉलोनी में घुमाया गया। परिवार और रिश्तेदार बनवारे में नाचते-गाते दिखाई दिए।
दो बेटियों की हो चुकी शादी
बोदनराम की दो बड़ी बेटियों की पहले ही शादी हो चुकी है। बोदनराम का कहना है कि उन्होंने अपने बेटियों को कभी भी बेटों से कम नहीं समझा। घोड़ी पर बैठाकर बनवारा निकालने का मकसद भी समाज को संदेश देना हैं।
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