कुरुक्षेत्र: ट्रक की भीषण टक्कर से कार बनी आग का गोला, सरकारी वकील की मौत, मौसेरा भाई गंभीर रूप से घायल
अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। पुलिस ने ट्रक नंबर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और फरार ड्राइवर की तलाश कर रही है। वह हाल ही में वकील बने थे और घर में उनके रिश्ते की बात चल रही थी।
कार में लगी आग को बुझाते फायर कर्मी।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में एक भयावह सड़क हादसे में कैथल कोर्ट में तैनात एक सरकारी वकील (Government Lawyer) की मौत हो गई। ढांड रोड पर हुई इस दुर्घटना में तेज रफ़्तार ट्रक ने गलत साइड से आकर वकील की कार को टक्कर मार दी, जिसके बाद कार में भीषण आग लग गई। हादसे में वकील का मौसेरा भाई गंभीर रूप से घायल हो गया।
गलत साइड से आया ट्रक, टक्कर के बाद लगी आग
यह घटना शनिवार और रविवार की दरमियानी रात करीब साढ़े 12 बजे ढांड रोड पर खानपुर गांव के पास हुई। मृतक वकील की पहचान कुरुक्षेत्र के हथीरा गांव निवासी रविंद्र कुमार (30) के रूप में हुई है, जो कैथल कोर्ट में सरकारी वकील के पद पर कार्यरत थे।
रविंद्र कुमार अपनी मौसी के बेटे कमल के साथ कार में सवार होकर अस्पताल जा रहे थे। अचानक, कुरुक्षेत्र की ओर से आया एक तेज रफ्तार ट्रक (HR58/D1270) गलत साइड में जाकर उनकी कार से टकरा गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि तुरंत ही कार के बोनट में आग लग गई और देखते ही देखते आग ने पूरी कार को अपनी चपेट में ले लिया।
ताऊ को देखने अस्पताल जा रहे थे वकील
मृतक रविंद्र कुमार के साथ मौजूद गुरविंदर सिंह निवासी बारना ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उनके ताऊ पाला राम कैंसर से पीड़ित हैं और देर रात उनकी हालत ज्यादा बिगड़ने की खबर मिली थी। ताऊ को देखने के लिए वे तुरंत अस्पताल के लिए निकले। रविंद्र कुमार और उनके भाई कमल कार में थे, जबकि गुरविंदर उनके पीछे अपनी बाइक पर चल रहे थे।
राहगीरों की मदद से बाहर निकाला
जैसे ही कार में आग लगी पीछे आ रहे गुरविंदर सिंह ने तुरंत अपनी बाइक रोकी। उन्होंने बिना समय गंवाए राहगीरों की मदद से कार के अंदर फंसे कमल और रविंद्र को किसी तरह बाहर निकाला। डायल-112 की मदद से दोनों घायलों को तुरंत एलएनजेपी अस्पताल कुरुक्षेत्र पहुंचाया गया। राहगीरों ने आग बुझाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन तब तक कार पूरी तरह से जलकर खाक हो चुकी थी।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही रविंद्र ने तोड़ा दम
दुर्भाग्यवश, गंभीर रूप से घायल रविंद्र कुमार ने अस्पताल ले जाते समय ही दम तोड़ दिया। उनका मौसेरा भाई कमल गंभीर रूप से घायल है, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर हालत के चलते रेफर कर दिया गया है। हादसे के बाद आरोपी ट्रक ड्राइवर मौके से भाग गया। पुलिस ने ट्रक नंबर के आधार पर केस दर्ज कर लिया है और फरार ड्राइवर की तलाश की जा रही है। पोस्टमॉर्टम के बाद रविंद्र कुमार का शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया।
युवा वकील की चल रही थी रिश्ते की बात
रविंद्र कुमार हथीरा गांव के एक होनहार युवा थे। वह पिछले साल मार्च में ही सरकारी वकील बने थे। रविंद्र अभी कुंवारे थे और घर में उनके रिश्ते की बात चल रही थी। रविंद्र टांग से दिव्यांग भी थे, लेकिन उनकी दिव्यांगता कभी उनके हौसले के आड़े नहीं आई। उनका छोटा भाई सोमबीर चंडीगढ़ रोडवेज में कंडक्टर हैं।
एक तेज रफ्तार और लापरवाह ट्रक ड्राइवर की गलती ने एक होनहार सरकारी वकील की जिंदगी को असमय छीन लिया और परिवार के सारे सपने तोड़ दिए। यह दुर्घटना यातायात नियमों की अनदेखी और लापरवाही के गंभीर परिणामों को दर्शाती है।