हरियाणा का ASI यूपी में नशा तस्करी में पकड़ा गया: बरेली में 3 साथियों समेत दबोचा, सोना और कैश बरामद
तलाशी में कार से 360 ग्राम अफीम, 51,000 रुपये भी बरामद हुए। यह गिरोह यूपी से अफीम खरीदकर हरियाणा में सप्लाई करता था। इस घटना से कुरुक्षेत्र पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस की गिरफ्त में अफीम तस्करी के आरोपी ASI रण सिंह और अन्य।
उत्तर प्रदेश की बरेली जिला पुलिस ने हरियाणा पुलिस के एक सहायक उप-निरीक्षक (ASI) को नशा तस्करी के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ASI की पहचान रण सिंह के रूप में हुई है, जो हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिला पुलिस की ज्योतिसर पुलिस चौकी में तैनात था। इस कार्रवाई ने पूरे कुरुक्षेत्र पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है। यूपी पुलिस ने न केवल ASI रण सिंह बल्कि उसके तीन अन्य साथियों को भी पकड़ा है।
ऐसे पकड़ा गया अफीम तस्कर ASI
यह गिरफ्तारी 8 अक्टूबर बुधवार को हुई, जब बरेली पुलिस सिरौली कस्बे के चौराहे पर सामान्य चेकिंग कर रही थी। चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक हरियाणा नंबर की क्रेटा कार को रुकने का इशारा किया। पुलिस को देखते ही ड्राइवर ने तेजी से गाड़ी को मोड़ लिया, जिससे पुलिस का शक गहरा गया। पुलिस ने तुरंत पीछा किया और कल्याणपुर तिराहे पर गाड़ी को घेर लिया। कार में ASI रण सिंह समेत चार लोग सवार थे। कार की तलाशी लेने पर पुलिस को नशा तस्करी से जुड़े कई आपत्तिजनक सामान और कैश बरामद हुआ।
बरामदगी और आरोपियों की पहचान बरेली पुलिस द्वारा की गई तलाशी में जो चीजें बरामद हुईं, वह ASI के अवैध धंधे में शामिल होने की पुष्टि करती हैं। बरामद चीजों में 360 ग्राम अफीम, 51,000 नकद, 6 मोबाइल फोन, एक सोने की चेन, एक कड़ा, 2 घड़ियां और अंगूठियां शामिल हैं। ASI रण सिंह के साथ पकड़े गए तीन अन्य लोगों में करनाल के बरसालू गांव का योगेश कुमार (जो रण सिंह का बहनोई भी है), कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर का मेहरबान और मोहम्मद हसन। चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
यूपी से खरीदकर हरियाणा में करते थे सप्लाई
बरेली पुलिस की शुरुआती जांच में यह बड़ा खुलासा हुआ है कि यह गिरोह नशा तस्करी का एक संगठित रैकेट चला रहा था। यह गिरोह उत्तर प्रदेश से अफीम खरीदता था। खरीदी गई अफीम को बाद में हरियाणा के अलग-अलग जिलों में ले जाकर बेचा जाता था।
सिरौली थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि ASI रण सिंह करीब 15 दिन पहले भी अपने बहनोई योगेश और अन्य साथियों के साथ यहां अफीम खरीदने आया था, लेकिन उस समय पुलिस की नजरों से बच निकला था।
ASI की गिरफ्तारी ने कई सवाल खड़े किए
रण सिंह कुरुक्षेत्र के थाना KUK के अंतर्गत आने वाली ज्योतिसर चौकी में ASI के पद पर तैनात था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रण सिंह को करीब 6 महीने पहले शाहाबाद पुलिस चौकी से हटाकर लाइन हाजिर किया गया था। उसे लाइन हाजिर करने का कारण यह था कि वह बगैर सूचना के चौकी से लापता हो गया था। बाद में उसे ज्योतिसर चौकी में पोस्टिंग मिली थी।
पहले भी संदिग्ध रहा है रिकॉर्ड
एक ऐसे अधिकारी जिसका रिकॉर्ड पहले भी संदिग्ध रहा हो, नशा तस्करी जैसे गंभीर अपराध में लिप्त पाया जाना पुलिस महकमे की अंदरूनी निगरानी पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाता है। फिलहाल, यूपी पुलिस की कार्रवाई के बाद भी हरियाणा पुलिस की ओर से ASI रण सिंह के खिलाफ किसी विभागीय कार्रवाई की कोई खबर नहीं है। यह मामला दिखाता है कि कैसे 'खाकी' के कुछ लोग ही कानून तोड़ने वालों के साथ मिलकर अवैध धंधों में संलिप्त हैं।
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