हरियाणा के मासूम शर्मा की बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री: जानें गन कल्चर विवाद से करण जौहर की फिल्म तक का सफर

हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा को करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शंस की फिल्म "तुलसी कुमारी" में टाइटल ट्रैक "पनवाड़ी" गाने का मौका मिला है। इस गाने में उन्होंने हरियाणवी हिस्सा गाया है, जबकि भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव भी उनके साथ हैं।

Updated On 2025-09-13 15:43:00 IST

म्यूजिक प्रोड्यूसर प्रीतम चक्रवर्ती के साथ हरियाणा के सिंगर मासूम शर्मा। 

मासूम शर्मा, एक ऐसा नाम जो आज सिर्फ हरियाणा की संगीत इंडस्ट्री तक सीमित नहीं है, बल्कि अपनी अनूठी पहचान के साथ बॉलीवुड में भी कदम रख चुका है। हाल ही में, हरियाणवी म्यूजिक सीन के इस सितारे ने बॉलीवुड के दिग्गज फिल्म निर्माता करण जौहर के प्रोडक्शन हाउस, धर्मा प्रोडक्शंस की आगामी फिल्म "तुलसी कुमारी" के लिए टाइटल ट्रैक "पनवाड़ी" गाकर अपने करियर में एक नया अध्याय जोड़ा है। यह गाना 2 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है।

सोशल मीडिया अकाउंट पर इस खबर को साझा किया

मासूम शर्मा की बॉलीवुड यात्रा कोई सामान्य सफलता की कहानी नहीं है। उन्हें सन्नी संस्कारी की फिल्म "तुलसी कुमारी" में टाइटल सॉन्ग "पनवाड़ी" गाने का मौका मिला है। इस गाने में उनका सहयोग भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव और रैपर शिवाजी के साथ हुआ है, जिससे यह गाना एक अनोखा "फोक मिक्स" बन गया है। मासूम ने गाने के हरियाणवी हिस्से को अपनी दमदार आवाज दी है, जबकि खेसारी लाल ने भोजपुरी बोल गाए हैं। इस फिल्म में वरुण धवन, जाह्नवी कपूर, सान्या मल्होत्रा और रोहित सराफ जैसे बड़े सितारे शामिल हैं, जो इस गाने की महत्ता को और बढ़ा देते हैं।

मासूम शर्मा ने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस खबर को साझा किया, जिसमें उन्होंने गाने के बोल 'पनवाड़ी के पीछे वाली पतली गली में है तुम्हारे सजन की कोठरी' गाकर अपने प्रशंसकों के साथ यह खुशी बांटी। यह सिर्फ एक गाना नहीं, बल्कि हरियाणवी संगीत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

प्रीतम चक्रवर्ती के साथ सुनहरा मौका

मासूम शर्मा ने हाल ही में मशहूर संगीतकार प्रीतम चक्रवर्ती के साथ अपनी एक तस्वीर साझा की, जिसने संगीत जगत में हलचल मचा दी। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा संगीत की दुनिया के महानायक प्रीतम दा से प्यारी मुलाकात हुई और दादा के द्वारा बनाए संगीत पर गाने का सौभाग्य मिला। यह पोस्ट संकेत देता है कि मासूम भविष्य में भी बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर सकते हैं, जिससे उनका करियर और भी ऊंचाइयों पर जाएगा।

विवादों से उपजी लोकप्रियता

मासूम शर्मा का नाम तब सुर्खियों में आया जब हरियाणा सरकार ने "गन कल्चर" को बढ़ावा देने वाले गानों पर प्रतिबंध लगा दिया था। 13 मार्च 2025 को सरकार ने यूट्यूब पर 8 गानों को बैन किया, जिनमें से 4 गाने मासूम शर्मा के थे। ये गाने 250 मिलियन से भी ज्यादा व्यूज के साथ बेहद लोकप्रिय थे। इस प्रतिबंध के बाद मासूम सोशल मीडिया पर लाइव आए और उन्होंने अपना दर्द बयां किया, साथ ही गानों को बैन करवाने का आरोप सरकार के एक उच्च पदस्थ अधिकारी पर लगाया।

इस घटना के बाद, हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री दो खेमों में बंट गई। अधिकांश कलाकार मासूम शर्मा के समर्थन में खड़े हो गए। सरकार ने इसके बाद मासूम शर्मा के करीब 14 गानों को बैन किया, और उनके साथ ही नरेंद्र भगाना, अमित सैनी रोहतकिया, गजेंद्र फोगाट, सुमित पारता, राज मावर, अंकित बालियान, हर्ष संधू और मनीषा शर्मा जैसे कई अन्य कलाकारों के गाने भी प्रतिबंधित किए गए।

सबसे ज्यादा गाने मासूम के बैन होने से उन्हें लोगों की सहानुभूति मिली और उनके फैंस की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई। उनके लाइव शो में भीड़ बढ़ने लगी, हालांकि इस दौरान कुछ विवाद भी हुए। चंडीगढ़ में एक शो के दौरान दो गुटों के बीच हुए झगड़े में एक युवक की जान चली गई, और गुरुग्राम व जयपुर में भी उनके फैंस के साथ झगड़े की घटनाएं सामने आईं। यहां तक कि उनके इंस्टाग्राम पेज भी कुछ समय के लिए हटा दिए गए थे।

वैश्विक मंच पर पहचान

विवादों और गानों पर प्रतिबंध के बावजूद, मासूम शर्मा की लोकप्रियता कम नहीं हुई। बल्कि, यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई। उनके तीन गाने, "पिस्तौल" और "चंबल के डाकू" सहित, अंतर्राष्ट्रीय म्यूजिक चार्ट बिलबोर्ड की इंडिया लिस्ट में टॉप-10 में शामिल हो गए। इसके बाद, गूगल के प्रसिद्ध प्लेटफॉर्म यूट्यूब ने भी मासूम शर्मा को अपनी मोस्ट पॉपुलर सिंगर्स की लिस्ट में जगह दी। एक सप्ताह के लिए जारी टॉप-10 आर्टिस्ट्स की लिस्ट में मासूम शर्मा ने सातवें नंबर पर अपनी जगह बनाई। इस लिस्ट में उन्होंने हनी सिंह, सोनू निगम, ए.आर. रहमान और आतिफ असलम जैसे दिग्गज कलाकारों को भी पीछे छोड़ दिया।

मासूम शर्मा की कहानी संघर्ष, विवाद और अंततः सफलता का एक बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने दिखाया कि कैसे एक कलाकार अपने जुनून और प्रतिभा के दम पर सभी बाधाओं को पार कर सकता है और राष्ट्रीय से अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहचान बना सकता है। उनका यह सफर हर उस युवा कलाकार के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए जी-जान लगा देता है। 

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