हरियाणा की शान: जींद का रानी तालाब, जहां महारानी आती थीं गुप्त रास्ते से

इस तालाब का नाम 'रानी तालाब' इसलिए पड़ा क्योंकि यहां एक गुप्त सुरंग थी जो महल से सीधे तालाब तक जाती थी। इस रास्ते का इस्तेमाल महारानी बिना किसी की नजर में आए स्नान और पूजा के लिए करती थीं। 1970 में यहां एक फिल्म का गाना भी फिल्माया गया था।

Updated On 2025-09-02 08:20:00 IST

जींद स्थित रानी तालाब। 

आज हम आपको हरियाणा के एक ऐसे ऐतिहासिक स्थल के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने आप में कई कहानियां समेटे हुए है। हम बात कर रहे हैं जींद के मशहूर रानी तालाब की, जो कभी शाही वैभव का प्रतीक था, लेकिन आज अपने पुराने गौरव को वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहा है।

रानी तालाब की एक शाही कहानी

जींद का रानी तालाब, जिसे सिटी सिंबल भी कहा जाता है। यह अपनी अनूठी वास्तुकला और इतिहास के लिए मशहूर है। इस तालाब का निर्माण जींद रियासत के राजा रघुबीर सिंह ने करवाया था, जिन्होंने 1864 से 1880 तक शासन किया। राजा ने इसे अमृतसर के स्वर्ण मंदिर की तर्ज पर बनवाया था, जिसमें बीचो-बीच एक भव्य श्रीहरि कैलाश मंदिर (जिसे भूतेश्वर मंदिर भी कहते हैं) स्थित है। इस मंदिर को भूतेश्वर मंदिर इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह भगवान शिव को समर्पित है, जिन्हें यहां भूतनाथ के रूप में पूजा जाता है। भूतनाथ का अर्थ है भूतों और आत्माओं के स्वामी।

खुफिया सुरंग और रानी का तालाब

इस तालाब के नाम के पीछे एक दिलचस्प कहानी छिपी है। कहा जाता है कि राजा रघुबीर सिंह ने इस तालाब को अपने महल से जोड़ने वाली एक खुफिया सुरंग बनवाई थी। इस सुरंग को बनाने का उद्देश्य यह था कि रानी बिना किसी की नजर में आए महल से सीधे तालाब तक स्नान और पूजा के लिए आ सकें। इसी शाही और गोपनीय रास्ते की वजह से इस तालाब का नाम 'रानी तालाब' पड़ा। आज भी इस सुरंग के कुछ अवशेष देखे जा सकते हैं, जो इसके ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते हैं।

फिल्मों में भी दिखी है इसकी झलक

रानी तालाब न केवल ऐतिहासिक स्थल है, बल्कि इसकी खूबसूरती ने फिल्म निर्माताओं को भी आकर्षित किया है, 1970 में बनी फिल्म पवित्र-पापी का एक गाना भी तालाब के शांत और सुंदर वातावरण में फिल्माया जा चुका है। यह इस बात का सबूत है कि यह जगह कभी कितनी जीवंत और लोकप्रिय थी।

सौंदर्यीकरण कर दिया गया नया रूप

इस तालाब का सौंदर्यीकरण किया गया है और इसे एक नया रूप दिया गया है। अधिकारियों को उम्मीद है कि जल्द ही इसमें पानी भरा जाएगा, जिसके बाद यह एक बार फिर से गुलजार हो जाएगा और पर्यटकों को आकर्षित करेगा। जींद का रानी तालाब सिर्फ एक पानी का निकाय नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक धरोहर है। इसे संरक्षित और पुनर्जीवित करना न केवल जींद के लिए बल्कि हरियाणा के पर्यटन के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। 

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