Mahipal Dhanda: जींद में मकान गिराने का थमाया गलत नोटिस, शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने दिया चार्जशीट का आदेश
Chargesheet Against Officer Jind: शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने गलत नोटिस देने के मामले में दोषी अधिकारी के खिलाफ चार्जशीट जारी करने के लिए कहा है।
जींद में दोषी अधिकारी के खिलाफ चार्जशीट का आदेश। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Chargesheet Against Officer Jind: हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा बीते दिन जींद में परिवेदना समिति बैठक में शामिल हुए थे। ढांडा ने बैठक में प्रशासनिक लापरवाही को लेकर नाराजगी जताई है। बताया जा रहा है कि वार्ड 8 में नगरपालिका के अधिकारियों के पास अवैध चबूतरे की शिकायत आई थी, लेकिन अधिकारियों ने चबूतरा हटाने की बजाय मकान मालिक को मकान हटाने का नोटिस दे दिया।
बैठक में मंत्री ने नगरपालिका के सचिव से गलत नोटिस के बारे में पता किया, तो अधिकारियों की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं आया। नाराजगी जताते हुए मंत्री ढांडा ने प्रशासन को सख्त निर्देश दिए और कहा, 'अगले 2 दिन के भीतर अवैध चबूतरा हटाया जाए।' उन्होंने कहा कि अगर तय समय पर कार्रवाई नहीं की गई, तो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया जाएगा। इसके अलावा शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने आदेश दिया कि मकान हटाने का नोटिस जारी करने वाले अधिकारी के खिलाफ चार्जशीट फाइल की जानी चाहिए।
बैठक में ढांडा ने कांग्रेस पर कसा तंज
बैठक में महिपाल ढांडा ने यह भी कहा, 'कांग्रेसी घुसपैठियों के दम पर सरकार बनाने की मंशा रखने वाले देशद्रोही हैं। घुसपैठिए कल को यहां के युवाओं के रोजगार पर भी डाका डालेंगे। देश की जनता को भी इसमें मुस्तैद होना चाहिए। यह राजनीति नहीं भविष्य का मुद्दा है। आज कांग्रेस वोट चोरी का मामला उठा रही है।
जबकि कांग्रेस घुसपैठियों के वोटों से सत्ता में रही, इसलिए कांग्रेस को परेशानी हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यह देश धर्मशाला नहीं है, जो भी आएगा रहेगा। देश यहां के लोगों का है, 2004 में आधार कार्ड बनवाने वालों की भी जांच होनी चाहिए। ऐसे तो संसद में भी घुसपैठिए आकर बैठ जाएंगे। कांग्रेसियों ने घुसपैठियों को शह दे दी, अब डर रहे हैं।'
10 शिकायतों का हुआ समाधान
प्रतिवेदन कष्ट निवारण समिति के सामने 15 शिकायतें रखी गई, जिनमें 10 शिकायतों का समाधान किया जाएगा। बाकी शिकायतों को संबंधित विभागों को भेजा गया है। विभागों को कहा गया है कि तय समय पर समस्याओं का समाधान किया जाए। कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा ने अधिकारियों को निर्देश दिए, 'आमजन की शिकायतों का निवारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए और इस काम में किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।'
ढांडा ने सरकारी स्कूलों के लिए क्या कहा?
बैठक में ढांडा ने कहा, 'सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल सरकारी स्कूलों को लेकर लोगों का रवैया उदासीन रहा है। लेकिन उनका झुकाव ज्यादातर प्राइवेट शिक्षण संस्थानों या स्कूलों के प्रति रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को ऐसा लगता है कि सरकारी स्कूलों के बजाय प्राइवेट स्कूल में अच्छी शिक्षा मिलती है। लोगों के इस नजरिये को भी बदलने की कोशिश की गई है।
ढांडा ने कहा कि अब अभिभावकों में सरकारी संस्थाओं के प्रति सकारात्मक भावना पैदा हो रही है। मौजूदा समय में पहले फेज में प्रदेश के 1500 ऐसे स्कूलों को चिह्नित किया गया है। इन स्कूलों की हालत काफी जर्जर है। शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के जनप्रतिनिधियों और ग्राम पंचायतों को सरकारी स्कूलों के रखरखाव में सकारात्मक सहयोग देने के लिए कहा है।