जींद में बड़ी धोखाधड़ी: AAP महिला प्रदेश अध्यक्ष से पार्टनर बनाने के नाम पर एक करोड़ की ठगी

हरियाणा की AAP महिला प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रजनीश जैन से दो कंपनियों ने करीब एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। उन्हें बिजनेस पार्टनर बनाने के नाम पर भारी निवेश करवाया गया, लेकिन बाद में धोखा देकर फरार हो गए।

Updated On 2025-07-16 17:11:00 IST

जींद में आम आदमी पार्टी की महिला प्रदेशाध्यक्ष डॉ. रजनीश जैन पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के साथ।

जींद में बड़ी धोखाधड़ी : हरियाणा में आम आदमी पार्टी की महिला प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रजनीश जैन दो अलग-अलग कंपनियों की ठगी का शिकार हो गईं। डॉक्टर जैन ने दो कंपनियों पर बिजनेस पार्टनरशिप, डीलरशिप और मुनाफे के नाम पर लाखों रुपये निवेश करवाने और फिर रकम डुबाने का गंभीर आरोप लगाया है। इन दोनों मामलों में शहर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी, धमकी और अमानत में खयानत जैसी धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

वाटर प्यूरिफायर की ली थी फ्रेंचाइजी

डॉ. रजनीश जैन ने बताया कि वह बालाजी अस्पताल की प्रोपराइटर हैं। ठगी का पहला मामला गुरुग्राम स्थित टेस्ला पॉवर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से जुड़ा है, जिसमें निदेशक पूजा शर्मा और सीईओ सुभाष आर्या ने उन्हें वाटर प्यूरिफायर का मास्टर डिस्ट्रीब्यूटर बनाने का झांसा दिया। 13 दिसंबर 2022 को दोनों पक्षों के बीच अनुबंध हुआ, जिसमें पूरे हरियाणा में कंपनी का सामान बेचने की अनुमति दी गई। इसके तहत शुरुआत में 25 लाख रुपये का माल खरीदने और डीलर्स नियुक्त करने की जिम्मेदारी तय की गई। डॉ. जैन का कहना है कि कंपनी ने किसी तरह का सपोर्ट नहीं किया। जो माल भेजा गया, उसमें लगातार खराबी की शिकायतें आने लगीं। उन्होंने अनुबंध तोड़ने की प्रक्रिया भी शुरू की लेकिन न तो माल वापस लिया गया और न ही निवेश की गई रकम लौटाई गई। इस धोखाधड़ी के चलते डॉ. जैन को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ और उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने पैसे की मांग की तो उन्हें धमकियां दी गईं और दुर्व्यवहार किया गया।

हेल्थकेयर स्टोर खुलवाकर लगाया चूना

दूसरे मामले में दिल्ली स्थित टास्कर ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की ओर से ठगी की बात सामने आई है। कंपनी के निदेशक सौरभ मिश्रा, विकास पाल, रविप्रकाश पाल और प्रसून्न पाल ने हेल्थकेयर स्टोर खोलने के नाम पर डॉ. जैन से साझेदारी की पेशकश की। नवंबर 2023 में दोनों पक्षों में करार हुआ और तय हुआ कि डॉ. जैन को बिक्री का 12 प्रतिशत लाभ मिलेगा। शुरू में फ्रेंचाइजी के लिए 5.90 लाख रुपये जमा करवाए गए। इसके बाद उन्होंने 40 हजार रुपये महीने किराए की दुकान लेकर 31.5 लाख रुपये का इंटीरियर और सेटअप तैयार किया। डॉ. जैन का आरोप है कि कंपनी ने न तो समय पर स्टाफ नियुक्त किया और न ही स्टोर का संचालन शुरू किया। कुछ समय बाद आरोपी दुकान में ताला लगाकर फरार हो गए। बिजली बिल, स्टाफ सैलरी जैसी तमाम जिम्मेदारियों को नजरअंदाज किया गया। जब डॉ. जैन ने पैसे लौटाने की मांग की तो उन्हें धमकाया गया और चुप रहने की चेतावनी दी गई।

दोनों कंपनियों की वजह से हुआ भारी नुकसान

इन दोनों मामलों में डॉ. जैन को लगभग एक करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। पुलिस ने दोनों कंपनियों और उनके अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी, धमकी, और विश्वासघात जैसी धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। डॉ. जैन ने प्रशासन से अपील की है कि आरोपी किसी और को न ठग सकें, इसके लिए सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें उनकी मेहनत की पूंजी वापस दिलाई जाए।

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