Neemka Jail: फरीदाबाद से गलत पहचान के कारण रिहा दुष्कर्म का कैदी पटना से पकड़ा, जानें कैसे हुई गलती

दोनों कैदियों और उनके पिता का नाम समान होने के कारण यह भ्रम पैदा हुआ। पुलिस ने नितेश पांडे को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में वापस जेल भेज दिया है।

Updated On 2025-06-02 18:31:00 IST

हरियाणा के फरीदाबाद जिले की नीमका जेल से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां गलत पहचान के कारण नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में बंद एक कैदी को गलती से रिहा कर दिया गया था। इस कैदी को अब पटना स्थित उसके गांव से पकड़ लिया गया है। फरीदाबाद पुलिस ने बीते रविवार (1 जून 2025) को इस संबंध में जानकारी दी। इस बड़ी लापरवाही के चलते जेल के पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।

दोनों कैदियों और पिता के नाम एक जैसे

यह पूरा मामला किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। दरअसल, जिस कैदी को पटना से पकड़ा गया है, उसका नाम नितेश पांडे है। उसे फरीदाबाद की एक अदालत से जमानत पाने वाले एक अन्य कैदी नितेश की जगह गलती से नीमका जेल से रिहा कर दिया गया था। भ्रम की स्थिति इसलिए पैदा हुई, क्योंकि जिस दूसरे नितेश को अदालत से जमानत मिली थी, उसके पिता का नाम भी वही था जो नितेश पांडे के पिता का नाम है। दोनों के पिता का नाम रवींद्र था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान नितेश पांडे ने स्वीकार किया कि उसे पहले से पता था कि दूसरे नितेश को जमानत मिलने वाली है। उन्होंने यह भी बताया कि दूसरा नितेश (जिसे जमानत मिली थी) घर में जबरन घुसकर मारपीट करने के एक मामले में सजा काट रहा था।

आरोपी ने उठाया मौके का फायदा, ऐसे आया बाहर

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सोमवार को जब दूसरे नितेश को जमानत मिली और मंगलवार को उसकी रिहाई के लिए बुलाया गया, तब वह मौजूद नहीं था। इसी मौके का फायदा उठाकर, दुष्कर्म के आरोपी नितेश पांडे ने खुद को जमानत पाने वाला नितेश बताया और जेल से बाहर आ गया। यह एक गंभीर सुरक्षा चूक थी जिसने जेल प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर दिए। बता दें कि रवींद्र पांडे के बेटे नितेश पांडे के खिलाफ 2021 में सेक्टर-58 थाने में दुष्कर्म और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। गिरफ्तारी के बाद से ही उसे नीमका जेल में रखा गया था।

पुलिस ने बताया कि ओल्ड फरीदाबाद थाना क्षेत्र की शास्त्री कॉलोनी के निवासी अन्य आरोपी नितेश के पिता का नाम भी रवींद्र है और वह भी मारपीट के एक मामले में गिरफ्तार होने के बाद जेल में बंद था।

लापरवाही पर अधिकारी निलंबित

इस बड़ी लापरवाही के बाद जेल प्रशासन ने दावा किया कि नितेश पांडे अपनी पहचान छिपाकर रिहाई पाने में कामयाब रहा। इस संबंध में सदर फरीदाबाद थाने में एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी। पूरे घटनाक्रम में घोर लापरवाही बरतने के आरोप में जेल विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। जेल विभाग के महानिदेशक मोहम्मद अकील सहित पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित किए गए अन्य अधिकारियों में जेल सहायक अधीक्षक मोहनलाल, उप सहायक प्रदीप त्यागी, हवलदार राजेंद्र और दो वार्डन संजीव और राजेश शामिल हैं। 

Tags:    

Similar News