Faridabad Bribery Case: ESIC ने रिश्वत लेने के मामले में जांच कमेटी बनाई, 5 दिन में देनी होगी रिपोर्ट

ESIC Hospital Bribery Case: फरीदाबाद के ESIC अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज के रिश्वत कांड के मामले की जांच करने के लिए कॉलेज के डीन ने जांच समिति का गठन किया है। उन्होंने समिति को 5 दिन के भीतर मामले की रिपोर्ट तैयार करने के आदेश दिए हैं। 

By :  Desk
Updated On 2025-05-09 11:38:00 IST
रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार हुए ESIC के कर्मचारी।

ESIC Hospital Bribery Case: फरीदाबाद के ESIC अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज के 4 कर्मचारियों को 3 लाख रूपए की रिश्वत लेते हुए ACB टीम ने ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले को लेकर अब अस्पताल प्रबंधन की ओर से जांच कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी को मामले से जुड़ी 5 दिन में रिपोर्ट तैयार करके कॉलेज प्रबंधन को देनी होगी। कमेटी जांच करेगी कि इस मामले में अस्पताल का कोई दूसरा अधिकारी या कर्मचारी शामिल तो नहीं है। 

क्या है पूरा मामला ?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ACB (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) की टीम ने कार्रवाई करते हुए 7 मई को ESIC अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज के तीन कर्मियों को 3 लाख रूपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। टीम ने इस मामले में शामिल सुदर्शन फैसिलिटीज प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर योगेश शर्मा को भी अरेस्ट किया था।

शिकायतकर्ता ने ACB टीम को बताया कि ESIC अस्पताल में स्टाफ नर्स की नौकरी दिलवाने की आड़ में सहायक नर्सिंग अधीक्षक हरी सिंह, सुदर्शन फैसिलिटीज प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर योगेश शर्मा और नर्सिंग अर्दली दीनदयाल और दीपक शर्मा  ने उससे 3 लाख रूपए की डिमांड की गई थी। जिसके बाद  ACB टीम ने प्लान के मुताबिक कार्रवाई को अंजाम देते हुए सभी कर्मियों को पैसे लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया था। 

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कॉलेज के डीन ने कमेटी को दिए आदेश

इस मामले को लेकर ESIC अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर अनिल पांडे ने तत्काल जांच समिति का गठन किया है। इस कमेटी में डॉक्टर रतन प्रकाश धीर (उप चिकित्सा अधीक्षक), योगेश (उपनिदेशक वित्त), डॉक्टर महेश कुमार (सह-आचार्य, फोरेंसिक मेडिसिन) समेत अन्य लोग भी शामिल है।

डीन की ओर से समिति को निर्देश दिए गए हैं कि उन्हें 5 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट देनी होगी, ताकि कार्रवाई की जा सके। कॉलेज के डीन का कहना है कि अस्पताल में भष्ट्राचार को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है। इस मामले में ESIC किसी अन्य कर्मचारी या अधिकारी के शामिल होने के बारे में पता लगेगा तो उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाएगा।

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(Edited By: Usha Parewa)

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