खेल-खेल में मासूम की मौत: फरीदाबाद में खिड़की पर चुन्नी बांधकर खेल रहा था 8 साल का बच्चा, पैर फिसलने से गले में लगा फंदा

परिजनों ने तुरंत उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां शुक्रवार तड़के इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। वह तीन बच्चों में सबसे छोटा था।

Updated On 2025-12-26 16:53:00 IST

हरियाणा के फरीदाबाद के बल्लभगढ़ की पर्वतीय कॉलोनी क्षेत्र में गुरुवार रात एक मासूम बच्चे की खेल-खेल में जान चली गई। घर के भीतर खेल रहे 8 वर्षीय निशांत के गले में अचानक चुन्नी का फंदा कस गया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है और एक हंसते-खेलते परिवार में अंधेरा छा गया है।

खिड़की से चुन्नी बांधते समय गई जान

पर्वतीय कॉलोनी निवासी दिलीप कुमार का सबसे छोटा बेटा निशांत गुरुवार रात अपने घर में खेल रहा था। दिलीप कुमार पास ही कमरे में बैठकर अपना हिसाब-किताब देख रहे थे। निशांत ने खेल-खेल में एक दुपट्टे का एक सिरा कमरे की खिड़की से बांध दिया और दूसरे सिरे को अपने शरीर के चारों ओर लपेट लिया। बताया जा रहा है कि अचानक उसका संतुलन बिगड़ा और पैर फिसल गया। इसी दौरान पेट पर लपेटी हुई चुन्नी खिसककर उसके गले में फंस गई। फंदा इतनी तेजी से लगा कि चंद सेकंड में ही मासूम का दम घुटने लगा और वह बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़ा।

पिता की आंखों के सामने हुआ बेहोश

दिलीप कुमार ने जब अपने बेटे को इस हालत में देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने तुरंत बच्चे के गले से चुन्नी को हटाया, लेकिन तब तक निशांत बेहोश हो चुका था। परिजन बिना समय गंवाए उसे नजदीकी निजी अस्पताल लेकर भागे। डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत आपातकालीन उपचार शुरू किया। जीवन और मौत के बीच जूझते हुए निशांत ने शुक्रवार तड़के करीब 3 बजे अस्पताल में अंतिम सांस ली।

पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा

हादसे की सूचना मिलने के बाद सारन थाना पुलिस सक्रिय हुई। जांच अधिकारी दुलीचंद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने प्राथमिक जांच के बाद बताया कि यह पूरी तरह से एक आकस्मिक दुर्घटना है जो खेलते समय घटित हुई। पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए निशांत के शव को कब्जे में लेकर बादशाह खान (बीके) नागरिक अस्पताल के शवगृह में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

अभिभावकों के लिए चेतावनी और अपील

इस दुखद घटना के बाद फरीदाबाद पुलिस ने आम जनता और विशेषकर माता-पिताओं से अपील की है। पुलिस ने कहा है कि छोटे बच्चों को घर के भीतर भी कभी अकेला न छोड़ें। खेलते समय बच्चे अक्सर ऐसी वस्तुओं के संपर्क में आ जाते हैं जो उनके लिए जानलेवा साबित हो सकती हैं। बच्चों की गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखना अनिवार्य है ताकि ऐसी अनहोनी को टाला जा सके।

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