भिवानी की बेटी बनीं एयरफोर्स पायलट: 6 बार परीक्षा, 4 इंटरव्यू के बाद 7वीं बार में मिली पूनम जाखड़ को सफलता
पूनम सैन्य पृष्ठभूमि वाले परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके परदादा आजाद हिंद फौज में शहीद हुए थे। दादा भारतीय सेना में थे। हिसार में एनसीसी कैडेट रहीं पूनम ने 9वीं कक्षा में ही पायलट बनने का सपना देखा था। अब 28 जून से सिकंदराबाद एयरफोर्स एकेडमी में उनकी डेढ़ साल की ट्रेनिंग शुरू होगी।
अपने माता-पिता के साथ पूनम जाखड़।
हरियाणा के भिवानी जिले की एक बेटी ने अपने अडिग संकल्प और अथक प्रयासों से आसमान छू लिया है। पूनम जाखड़ अब भारतीय वायुसेना में पायलट बन गई हैं। यह सफलता उन्हें सातवीं बार के प्रयास में मिली है, जबकि इससे पहले वह 6 बार लिखित परीक्षा और 4 बार इंटरव्यू दे चुकी थीं। इस बार उनका चयन फ्लाइंग ऑफिसर के प्रतिष्ठित पद पर हुआ है, जिससे न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे हरियाणा का नाम रोशन हुआ है। पूनम जाखड़ हिसार में एनसीसी कैडेट भी रही हैं, जहां से उनके सपनों को पंख मिले।
सैन्य पृष्ठभूमि वाला परिवार, रगों में देशभक्ति
पूनम जाखड़ मूल रूप से भिवानी जिले के झुंपा सिवानी गांव की रहने वाली हैं। उनके परिवार का भारतीय सेना से गहरा नाता रहा है, जो उनकी देशभक्ति और देश सेवा के प्रति समर्पण को दर्शाता है। पूनम के परदादा दाताराम जाखड़ आजाद हिंद फौज में थे और उन्होंने 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपनी शहादत दी थी। पूनम के दादा दलीप सिंह जाखड़ भी भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं। वर्तमान में उनके पिता हरियाणा पुलिस में एएसआई (सहायक उप-निरीक्षक) के पद पर कार्यरत हैं और उनकी ड्यूटी रोहतक की सुनारिया जेल में है। पूनम की माता सुनीता एक गृहिणी हैं और उनका छोटा भाई पारस कनाडा में रहता है। यह पारिवारिक पृष्ठभूमि निश्चित रूप से पूनम के सेना में शामिल होने के सपने को मजबूत आधार प्रदान करती है।
शिक्षा का सफर और जुनून का जन्म
पूनम ने अपनी शुरुआती शिक्षा सिवानी से प्राप्त की। उन्होंने 2019 बैच में सिवानी के श्री कृष्ण प्रणामी स्कूल से 12वीं की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद, उन्होंने नीमस यूनिवर्सिटी, जयपुर से 2019-22 बैच में बीएससी की डिग्री हासिल की और सिवानी के आदर्श कॉलेज से बीएड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) किया। पूनम ने स्वयं बताया कि उन्हें वायुसेना में जाने का जुनून और पायलट बनने का सपना तब आया जब वह कक्षा 9वीं में थीं और उनके पास एनसीसी एयरविंग थी। उस दौरान उन्हें फ्लाइंग का प्रत्यक्ष अनुभव मिला, जिसने उन्हें भारतीय वायुसेना में शामिल होने के लिए गहराई से प्रेरित किया। यह अनुभव उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ, जिसने उन्हें अपने भविष्य के लक्ष्य की ओर अग्रसर किया।
दृढ़ संकल्प और अथक प्रयासों का परिणाम
पूनम की सफलता उनके अटूट दृढ़ संकल्प और अथक प्रयासों का स्पष्ट परिणाम है। उन्होंने बताया, "मैंने इसके लिए 6 बार लिखित पेपर क्लियर किया और 4 बार इंटरव्यू दिए। अब जाकर मेरा फाइनल सलेक्शन हुआ है।" इतनी बार असफलता का सामना करने के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार अपने लक्ष्य की दिशा में प्रयासरत रहीं। यह धैर्य और लगन ही उनकी जीत का सबसे बड़ा कारण बनी।
पूनम ने अपनी इस शानदार सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया, जिन्होंने हर कदम पर उनका समर्थन किया और उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने अपने स्कूल प्रिंसिपल सुनील शर्मा और एनसीसी की एएनओ (एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर) विजय लक्ष्मी का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्हें सही मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान की। यह दर्शाता है कि एक व्यक्ति की सफलता में उसके परिवार, शिक्षकों और मार्गदर्शकों का कितना महत्वपूर्ण योगदान होता है।
28 जून से शुरू होगी ट्रेनिंग
फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में चयनित होने के बाद पूनम जाखड़ की आगे की ट्रेनिंग शुरू होगी। पूनम ने बताया कि उनकी डेढ़ साल की ट्रेनिंग सिकंदराबाद एयरफोर्स एकेडमी में होगी, जिसके लिए उन्हें 28 जून को जाना है। यह कठोर और व्यापक ट्रेनिंग उन्हें एक पूर्ण वायुसेना पायलट के रूप में तैयार करेगी, जो देश की सेवा के लिए आसमान में उड़ान भरने को तैयार होगी। उन्होंने अपनी चयन प्रक्रिया के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। एएफसीएटी-2024 (AFCAT - Air Force Common Admission Test) परीक्षा का परिणाम 29 मई को घोषित हुआ था। इस परीक्षा का लिखित पेपर पिछले साल अगस्त में आयोजित किया गया था, जिसके बाद मार्च में इंटरव्यू और अप्रैल में मेडिकल टेस्ट हुआ था। इन सभी कठिन चरणों में सफल होने के बाद ही पूनम ने यह गौरवपूर्ण मुकाम हासिल किया है।
शानदार उपलब्धि पर सम्मानित किया
पूनम जाखड़ की इस शानदार उपलब्धि पर उन्हें सम्मानित भी किया गया। कैडेट पूनम जाखड़ अपने परिवार सहित मंगलवार को हिसार में वन हरियाणा एयर एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन एस. श्रीनिवासन से मिलीं। कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन श्रीनिवासन ने पूनम की सफलता का श्रेय उनकी असाधारण योग्यता और उनकी कड़ी मेहनत को दिया। कमांडिंग ऑफिसर ने पूनम को भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में उनकी भावी सेवा के लिए शुभकामनाएं दीं।