भिवानी में नहरी पानी पर रार: सुंडवें हटाए तो पहुंच गए पानी चोरी के हिमायती, बलियाली-बवानीखेड़ा गांवों के बीच बढ़ा तनाव

भिवानी में माइनर से पानी चोरी करने के मामले में गांव बलियाली-बवानीखेड़ा के ग्रामीणों के बीच तनाव बढ़ गया। पानी चोरी करते हुए गांव बलियाली के लोगों ने रोका।

Updated On 2024-08-26 19:31:00 IST
पानी चोरी के लिए लगाया गया पाइप। रात को हुए विवाद में पहुंची पुलिस। 

भिवानी: बारिश के मौसम में भी नहरी पानी को लेकर जबरदस्त रार है। बारिश कम होने के चलते किसानों में अपने धान के खेतों की सिंचाई करने व नहर के अंतिम छोर पर पड़ने वाले जलघरों में पानी पहुंचाने को लेकर आपाधापी मची है। ऐसे में गांव बलियाली के किसान पानी चोरी रोकने के लिए माइनर पर गश्त के लिए निकले तो एक जगह पर कई सुंडवे (प्लास्टिक के पाइप) लगे मिले। किसानों ने सुंडवे हटवाने का प्रयास किया तो करीब तीन चार दर्जन किसान निकल आए और पाइप न हटाने पर अड़ गए। दोनों तरफ से जबरदस्त तनाव बन गया।

माइनर से हो रहा था पानी चोरी

जानकारी अनुसार रात करीब 11 बजे के आसपास गांव बलियाली के किसानों की गठित कमेटी के सदस्य माइनर की गश्त के लिए निकले। उन्होंने कुछ किसानों को पाइप लगाकर पानी चोरी करते हुए पाया। किसानों ने पानी की चेारी के लिए लगाए गए पाइपों को हटाना चाहा तो पानी की चोरी कर रहे किसानों के करीब तीन चार दर्जन हिमायती पहुंच गए। बलियाली के किसान पानी की चोरी के लिए लगाए गए पाइप हटवाने पर अड़ गए, लेकिन बवानीखेड़ा के किसानों ने पाइप नहीं हटाए। मामला बढ़ता देख कर पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने दोनों तरफ के किसानों को समझा बुझाकर शांत किया और लिखित में शिकायत देने की बात कही।

आधी रात के बाद माइनरों के टेल हो जाते है निल

किसानों ने बताया कि पानी चोरी करने वाले रात दस बजे के बाद सक्रिय हो जाते है और माइनरों व नहरों में पाइप डालकर पानी की चोरी करने में जुट जाते है। इसका असर टेल पर आधी रात के बाद शुरू होने लगता है। धीरे धीरे पानी कम होने लगता है। करीब तीन बजे के आसपास तो माइनरों के टेल निल हो जाते है जो सुबह पांच छह बजे तक रहते है। उसके बाद पानी फिर से आना शुरू हो जाता है। किसानों ने बताया कि यह स्थित किसी एक माइनर की नहीं, बल्कि बवानीखेड़ा व उसके आसपास के गांवों से निकलने वाले हर माइनर की है।

क्या कहते है सरपंच

गांव बलियाली के सरपंच सचिन सरदाना ने बताया कि पानी चोरी की वजह से उनके खेत तो क्या जलघरों तक पानी नहीं पहुंच पाता। उन्होंने पानी की चोरी रोकने के लिए कमेटी का गठन किया हुआ है। रात को कमेटी के सदस्य माइनर पर गश्त के लिए गए थे। आरडी 7500 पर पहुंचे तो वहां पर पाइप लगाकर पानी की चोरी की जा रही थी। उन्होंने वह पाइप हटा दिया। उसके बाद थोडे़ से आगे निकले तो और पाइप लगे मिले। इसी दौरान कुछ ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और दोनों गांवों के बीच तनाव बढ़ गया। तनाव देखकर पुलिस को बुलाया, जिसने मामला शांत करवाया।

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